यदि आपके वाहन पर 15 फरवरी के बाद फास्टैग नहीं होगा. तो आपको दोगुना टोल देना होगा. इसके साथ ही सरकार नकद लेनदेन को भी पूरी तरह से बंद कर सकती है. जिससे आपको टोल प्लाजा पर और भी परेशानी हो सकती है.
देश के सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग अनिवार्य होने जा रहा है. केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने साफ कर दिया है कि, सरकार अब फास्टटैग की डेडलाइन बढ़ाने वाली नहीं है. ऐसे में जिन लोगों ने अभी तक अपने वाहनों पर फास्टैग नहीं लगाया है. वह जल्द से जल्द अपने वाहनों पर फास्टैग लगा ले नहीं तो आने वाले दिनों में उनकी मुश्किल बढ़ने वाली है.
इस तारीख से होगा फास्टैग अनिवार्य- केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार अभी तक टोल प्लाजा पर फास्टैग अनिवार्य नहीं है. लेकिन 15 फरवरी के बाद सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग अनिवार्य हो जाएगा. ऐसे में यदि कुछ लोग सोच रहे है कि, सरकार एक बार फिर फास्टैग की आखिरी तारीख को बढ़ा देगी. तो वह सभी जान ले कि सरकार अब फास्टैग की डेडलाइन को नहीं बढ़ा रही है.
फास्टैग से होती है इतनी आमदनी- केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्रालय के अनुसार सरकार की फास्टैग से प्रति महीने 2,088.26 करोड़ रुपये की आमदनी होती है. वहीं सरकार टोल प्लाजा पर लेनदेन काे स्पष्ट करने के लिए पूरे देश में 15 फरवरी से फास्टैग अनिवार्य करने जा रही है. आपको बता दें इससे पहले फास्टैग की डेडलाइन 1 जनवरी 2021 थी. जिसे सरकार ने बढ़ा कर 15 फरवरी तक कर दिया था. लेकिन अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने साफ कर दिया है कि, अब फास्टैग की डेडलाइन को बढ़ाया नही जाएगा.
कैसे काम करता है फास्टैग- टोल प्लाजा पर लगे रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFIDO) की मदद से फास्टैग को स्कैन किया जाता है. जो कि आपके बैंक अकाउंट से कनेक्ट होता. ऐसे में टोल की राशि आपके बैंक अकाउंट से अपने आप कट जाती है और टोल प्लाजा का गेट अपने आप खुल जाता है.
फास्टैग नहीं होने पर होगी ये परेशानी- यदि आपके वाहन पर 15 फरवरी के बाद फास्टैग नहीं होगा. तो आपको दोगुना टोल देना होगा. इसके साथ ही सरकार नकद लेनदेन को भी पूरी तरह से बंद कर सकती है. जिससे आपको टोल प्लाजा पर और भी परेशानी हो सकती है.