चेन्नई टेस्ट (India vs England, Chennai Test) में टीम इंडिया की हार, इंग्लैंड 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे
इंग्लैंड की टीम ने जब भारतीय सरजमीं पर कदम रखा था तो सभी का ये मानना था कि भारत के लिए ये सीरीज जीतना बेहद आसान होगा. इसकी शुरुआत चेन्नई (India vs England, Chennai Test) की घूमती पिच से होगी और इंग्लैंड की टीम चेपॉक में चित हो जाएगी, लेकिन हुआ इसके एकदम उलट. मेहमान इंग्लैंड ने मेजबानों के चेन्नई में ऐसा झटका दिया है कि विराट एंड कंपनी को अब समझ आ रहा होगा कि उन्होंने शायद इस सीरीज को कुछ ज्यादा ही हल्के में ले लिया. चेन्नई टेस्ट में भारत की दूसरी पारी 192 रनों पर सिमट गई और इंग्लैंड ने 227 रनों से बड़ी जीत हासिल की. इस जीत के साथ ही इंग्लैंड सीरीज में 1-0 से आगे हो गया. आखिर भारत की इतनी मजबूत टीम चेन्नई में कैसे चित हो गई? कैसे
रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, पुजारा, अश्विन, बुमराह जैसे खिलाड़ियों के बावजूद भारतीय टीम पहला टेस्ट हार गई? आइए आपको बताते हैं इस हार की पांच बड़ी वजह.
बेहद खराब कप्तानी और टीम चयन
टीम इंडिया जब ऑस्ट्रेलिया में खेल रही थी तो उसके कई दिग्गज खिलाड़ी चोट के चलते बाहर थे और कप्तान कोहली भी पैटरनिटी लीव लेकर भारत लौट आए थे. ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज रहाणे की कप्तानी में जीती गई और इंग्लैंड सीरीज में एक बार फिर कोहली को कमान मिली. लेकिन कप्तानी संभालते ही विराट कोहली ने अपने अजीबोगरीब फैसलों से सभी को हैरत में डाल दिया और यही टीम की हार की वजह भी बनी. मैच शुरू होने से पहले ही कोहली के गलत फैसले शुरू हो गए. उन्होंने कुलदीप यादव के बजाए शाहबाज नदीम को प्लेइंग इलेवन में मौका दिया. शाहबाद नदीम ने पूरे टेस्ट मैच में 233 रन दिए और उनके हाथ सिर्फ 4 विकेट लगे. इसके अलावा वॉशिंगटन सुंदर को भी टीम में जगह मिली जिन्हें बॉलिंग ऑलराउंडर के तौर पर मौका दिया गया, लेकिन वो सिर्फ बल्ले से ही कुछ खास कर पाए, गेंदबाजी उनकी बिलकुल फ्लॉप साबित हुई.
गेंदबाजों के पास नहीं था कोई प्लान
इसमें कोई दो राय नहीं है कि चेन्नई की पिच पर पहले दो दिन गेंदबाजों के लिए कुछ खास नहीं था. लेकिन सच ये भी है कि भारतीय गेंदबाजों ने अच्छी लाइन-लेंग्थ के साथ गेंदबाजी भी नहीं की. भारत में पहली बार खेल रहे डोम बेस के डिफेंस को कोई गेंदबाज नहीं भेद सका और फिर जो रूट तो हैं ही वर्ल्ड क्लास खिलाड़ी. रूट ने अपने स्वीप शॉट से भारतीय स्पिनर्स को परेशान कर खूब रन बटोरे. गेंदबाजों के पास इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए कोई प्लान नजर नहीं आया. दूसरी पारी में गेंदबाजों ने वापसी की लेकिन तबतक बहुत देर हो चुकी थी.
रहाणे और रोहित का फ्लॉप शो
चेन्नई की पाटा पिच पर अजिंक्य रहाणे और रोहित शर्मा का फ्लॉप होना भी हार की बड़ी वजह है. भारत के ये दोनों दिग्गज बल्लेबाज दोनों पारियों में कुछ नहीं कर पाए. रोहित शर्मा ने पहली पारी में 6 और दूसरी पारी में 12 रन बनाए. जबकि रहाणे पहली पारी में 1 और दूसरी पारी में खाता तक नहीं खोल पाए. दोनों की तकनीक में खामियां दिखाई दी जिसका फायदा इंग्लैंड ने उठाया.
चेन्नई में टॉस हारे, मैच हारे
क्रिकेट में टॉस जीतना किसी के हाथ में नहीं होता लेकिन ये बात जरूर है कि सिक्के की बाजी कभी-कभी मैच का नतीजा तय कर देती है. चेन्नई में भी ठीक वैसा ही हुआ. चेन्नई की पिच पहले दो दिनों तक बल्लेबाजों के लिए स्वर्ग की तरह थी और यही वजह है कि इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और पहली पारी में 578 रनों का विशाल स्कोर बनाया. जवाब में भारतीय पारी 337 रनों पर सिमट गई और फिर उसके बाद चेन्नई की पिच चौथे और पांचवें दिन गेंदबाजों के लिए स्वर्ग बन गई. चौथी पारी में भारतीय बल्लेबाजों को विकेट में खासी दिक्कत पेश आई और उसने मैच गंवा दिया.
जो ने तय किया भारत की हार का ‘रूट’
इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने चेन्नई टेस्ट की पहली पारी में दोहरा शतक ठोका. भारत के किसी गेंदबाज को उन्होंने नहीं बख्शा. चाहे बुमराह हों या फिर अश्विन. गैर अनुभवी शाहबाज नदीम और वॉशिंगटन सुंदर के खिलाफ तो उन्होंने जमकर रन बटोरे. रूट ने पहली पारी में 218 रन ठोके और अकेले दम पर भारत को मैच से बाहर कर दिया.