गुरुवार को बजट सत्र के दूसरे दिन विधानसभा में शून्य काल की शुरुआत ही हंगामे से हुई। बीजेपी विधायकों ने कोटा में आरएसएस कार्यकर्ता पर हमले के मामले पर चर्चा करने की मंजूरी मांगी। लेकिन, अध्यक्ष ने अनुमति नहीं दी। इस पर आपत्ति जताते हुए भाजपा विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। वह वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। स्पीकर सीपी जोशी से भी भाजपा विधायकों की नोकझोंक हुई। हंगामे और नारेबाजी के चलते दो बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। बाद में 1.30 बजे गतिरोध टूटा और सदन में अभिभाषण पर बहस शुरू हो सकी।
कोटा से बीजेपी विधायक मदन दिलावर ने सदन के बाहर और भीतर आरएसएस कार्यकर्ता पर हमले के आरोपियों के संसदीय कार्य और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से संबंध होने के आरोप लगाए। स्पीकर ने बिना नोटिस किसी पर आरोप लगाने को गलत बताया। हंगामे के कारण पहली बार स्पीकर जोशी ने 12 बजकर 23 मिनट पर सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया। साढ़े 12 बजे सभापति राजेंद्र पारीक सदन में आए और दोबारा कार्यवाही को 1.30 बजे तक स्थगित कर दिया। इसके बाद फिर से कार्यवाही शुरू होने पर गतिरोध टूटा।
आरएसएस कार्यकर्ता पर हमले के मामले में मुख्यमंत्री से सदन में जवाब के आश्वासन पर टूटा गतिरोध
1.30 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा शांत हो गया। नेता प्रतिपक्ष ने आरएसएस कार्यकर्ता पर हुए हमले में मुख्यमंत्री से सदन में जवाब की मांग की। विधानसभा स्पीकर ने मुख्यमंत्री के सामने इस मुद्दे को रखने का आश्वासन दिया। इसके बाद कटारिया ने सभी बीजेपी विधायकों को वेल से अपनी अपनी सीटों पर जाने को कहा।
स्पीकर ने बीजेपी विधायकों से कहा- आप लोगों में आपस में ही नेता बनने का कंपीटिशन है
स्पीकर सीपी जोशी ने हंगामा कर रहे बीजेपी विधायकों को समझाने की कई बार कोशिश की। लेकिन हंगामा जारी रहा तो स्पीकर ने तल्ख तेवर अपनाए। उन्होंने उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ से कहा कि आप स्पीकर की व्यवस्था पर सवाल नहीं उठा सकते। जब नेता प्रतिपक्ष प्रदेश की कानून व्यवस्था पर स्थगन के जरिए बोलने वाले थे तो सब मुद्दे कवर हो जाते, लेकिन मुझे दुर्भाग्य से कहना पड़ रहा है कि आप लोगों में ही नेता बनने का कंपीटिशन है।
बिना नोटिस आरोप कैसे लगा सकते हैं: खाचरियावास
सदन में बीजेपी के हंगामे पर सदन के बाहर परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि बीजेपी सदन में बेवजह हंगामा कर रही है। बीजेपी विधायक अध्यक्ष को डिक्टेट करना चाहते हैं। वे सदन में एक मंत्री पर बिना नोटिस आरोप कैसे लगा सकते हैं। अध्यक्ष ने बिना नोटिस आरोप नहीं लगाने दिए।
पहला सवाल ही स्थगित, नेता प्रतिपक्ष ने की आपत्ति
प्रश्नकाल के साथ 11 बजे से विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही पहला लिस्टेड सवाल स्थगित कर दिया गया। इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने आपत्ति की। कटारिया ने कहा कि जब तैयारी ही नहीं थी तो सवाल लिया ही क्यों? स्पीकर सीपी जोशी ने इस सवाल को आगे की तारीख में ट्रासंफर कर जवाब दिलवाने का आश्वासन दिया।
टीएडी मंत्री को नेता प्रतिपक्ष ने घेरा, कहा-हॉस्टल्स में आप जो गद्दे-रजाई देते हैं, उस पर कुत्ते भी बैठना पसंद नहीं करते
प्रश्नकाल के दौरान कई मंत्री सवालों पर सदन में घिरते दिखे। जनजाति हॉस्टल्स में सुविधाओं से जुड़े सवाल पर जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री ( टीएडी) मंत्री अर्जुन बामणिया को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने घेर लिया। जनजाति हॉस्टल्स में गद्दे-रजाई सहित अन्य जरूरी चीजों की भारी कमी पर नेता प्रतिपक्ष ने गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि आप जो गद्दे देते हैं उन पर कुत्ते बैठना पसंद नहीं करेंगे।
काऊ सेस पर पारित रजिस्ट्रीकरण संशोधन विधेयक वापस लिया
सरकार ने विधानसभा में आज पिछली साल पारित एक विधयेक को वापस ले लिया। संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने रजिस्ट्रीकरण संशोधन विधेयक 2020 को वापस लेने का प्रस्ताव विधानसभा में रखा। यह विधेयक काऊ सेस से जुड़ा हुआ है, रजिस्ट्री पर काऊ सेस लगाया गया था।
जब भाजप विधायकों ने पीएम को धन्यवाद देने के लिए कहा
राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस की शुरुआत करते हुए कांग्रेस विधायक महेंद्रजीत मालवीय ने कहा, कोरोना वैक्सीन पर किए काम पर हमें हिंदुस्तान के वैज्ञानिकों को धन्यवाद करना चाहिए। इस पर बीजेपी विधायकों ने बीच में टोकते हुए कहा कि प्रधानमंत्री काे भी धन्यवाद दीजिए। इस पर मालवीय ने कहा- चलिए प्रधानमंत्री को भी धन्यवाद दे दीजिए वे देश से अलग नहीं हैं।