सुपरटेक (Supertech) लिमिटेड अपने ग्राहकों को उनके फ्लैट देने और अपना कर्ज चुकाने के लिए सुपरटेक ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेस अथॉरिटी इलाके समेत दूसरे शहरों में अपनी जमीन बेचेगी.
रियल स्टेट (Real Estate) सेक्टर में देश की बड़ी कंपनियों में शुमार सुपरटेक (Supertech) लिमिटेड ने अपने ग्राहकों को परेशानी से बचाने और उनका भरोसा बनाए रखने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है. प्रोजेक्ट्स को वक्त से पूरा कर ग्राहकों को उनके फ्लैट देने और अपना कर्ज चुकाने के लिए सुपरटेक ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेस अथॉरिटी इलाके समेत दूसरे शहरों में अपनी जमीन बेचेगी. ज़मीन से मिलने वाली रकम प्रोजेक्टस को पूरा करने और कर्ज की अदायगी के लिए इस्तेमाल की जाएगी. दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में ही सुपरटेक के काफी प्रोजेक्ट अधूरे पड़े हुए हैं.
गौरतलब रहे ग्रेटर नोएडा में सुपरटेक के पास 8.73 लाख
वर्गफुट और यमुना एक्सप्रेस अथॉरिटी के इलाके में 8.1 लाख वर्गफुट ज़मीन है. इसके साथ ही सुपरटेक देश के दूसरे हिस्सों में पड़े प्लॉट बेचकर करीब 23 सौ करोड़ रुपये जमा करेगी. इसके लिए कंपनी ने तीन राज्यों की लगभग 125 एकड़ जमीन के बारे में योजना तैयार कर ली है.
यहां हैं सुपरटेक के प्लॉट
सुपरटेक कंपनी की ओर से जारी की गई सूचना के मुताबिक कंपनी ने यूपी, हरियाणा और उत्तराखंड में अपने प्लॉट बेचने की योजना बनाई है. कंपनी ने कहा है कि प्लॉट को विकसित कर उन्हें बेचने की योजना पर काम शुरु कर दिया गया है. कंपनी ने 53 लाख वर्गफुट क्षेत्र में फ्री प्लॉट विकसित करने की पेशकश की है. यह एरिया लगभग 125 एकड़ का होगा.
कंपनी के मुताबिक गाजियाबाद में 2.43 लाख वर्गफुट, गुरुग्राम में 16.65 लाख वर्गफुट, ग्रेटर नोएडा में 8.73 लाख वर्गफुट, यमुना एक्सप्रेसवे में 8.1 लाख वर्गफुट, मेरठ में 3.6 लाख और रुद्रपुर में 13.5 लाख वर्ग फुट कंपनी की ज़मीन है. कंपनी का मानना है कि कोरोना वायरस महामारी के बाद प्लॉट की मांग बढ़ी है. जिसके चलते कंपनी को उम्मीद है कि सभी प्लॉट को बेचकर वो करीब 23 सौ करोड़ रुपये तक कमा लेगी.
23 सौ करोड़ रुपये को ऐेसे खर्च करेगी सुपरटेक
प्लॉट बेचकर कंपनी को मिलने वाली 23 सौ करोड़ रुपये की रकम को कंपनी ने खर्च करने के लिए एक खाका तैयार किया है. जिसके मुताबिक 1000 करोड़ रुपये से मौजूदा कर्ज चुकाया जाएगा. जबकि 300 करोड़ रुपये ज़़मीन के संबंध में अथॉरिटी को दिए जाएंगे. 1000 करोड़ रुपये उन आवासीय परियोजनाओं को पूरा करने में किया जायेगा जो अधूरी पड़ी हुई हैं. कंपनी का टॉरगेट है कि वो साल 2021 में करीब 7 हज़ार फ्लैट खरीदारों को घर का पजेशन देने की हैसियत में होगी.