गृह मंत्रालय के मुताबिक खालिदा जिया (Khaleda Zia) के छोटे भाई शमीम इसकंदर ने मंगलवार को मंत्रालय में आवेदन दिया क्योंकि रिहाई की अवधि 25 मार्च को खत्म होने जा रही है. सरकार ने मार्च 2020 में जिया (74) को छह महीनों के लिए रिहा किया था.
बांग्लादेश सरकार पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की खराब सेहत के कारण कानून मंत्रालय से चर्चा के बाद 17 साल की उनकी सजा को माफ करने और जमानत की शर्तों में ढील देने पर कोई फैसला करेगी. गृह मंत्री के हवाले से मीडिया में आयी खबरों में यह कहा गया है. बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की प्रमुख जिया भ्रष्टाचार के दो मामलों में आठ फरवरी 2018 से 17 साल की कैद की सजा काट रही हैं.
सरकार ने मार्च 2020 में जिया (74) को छह महीनों के लिए इस शर्त पर रिहा किया था कि वह देश में कोरोना वायरस महामारी के कारण घर पर ही रहेंगी और उपचार कराएंगी तथा विदेश नहीं जाएंगी. पिछले साल सितंबर में उनकी रिहाई को छह महीने के लिए और बढ़ा दिया गया था. ‘ढाका ट्रिब्यून’ के मुताबिक गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल ने बुधवार को कहा कि बीएनपी अध्यक्ष की सजा रद्द करने और उन्हें रिहा करने के बारे में फैसला कानून मंत्रालय के साथ चर्चा के बाद किया जाएगा.
कमाल ने कहा, ‘हमें खालिदा जिया की ओर से उनके परिवार का एक पत्र मिला है. मैं इस पत्र को कानून मंत्रालय के पास भेज दूंगा.’ गृह मंत्रालय के मुताबिक जिया के छोटे भाई शमीम इसकंदर ने मंगलवार को मंत्रालय में आवेदन दिया क्योंकि रिहाई की अवधि 25 मार्च को खत्म होने जा रही है. वर्ष 1991 से जिया तीन बार प्रधानमंत्री रहीं. उनकी पार्टी को 2018 के चुनाव में 300 सदस्यीय संसद में केवल छह सीटें मिली.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गृहमंत्री ने कहा कि आवेदन में परिवार ने कहा है कि, वे कोविड-19 महामारी के दौरान जिया के लिए बेहतर इलाज की व्यवस्था नहीं कर सकते हैं. इस आवेदन में जमानत की शर्तों में छूट और सजा माफ करने का निवेधन किया गया है. मंत्रीने कहा कि प्रधानमंत्री शेख हसीना ने जिया के बेहतर इलाज को सुनिश्चित करने के लिए शर्तों के साथ घर में व्यवस्था कर दी है.