ज्योतिष

वास्तु शास्त्र के अनुसार किराए के मकान में रहने वाले लोग इन नियमों का रखें ध्यान

किराए के मकान में रहना एक सामान्य स्थिति है, खासकर उन लोगों के लिए जो शुरुआत में अपने जीवन में स्थिरता की ओर कदम बढ़ा रहे होते हैं। किराए के मकान में रहने के दौरान कई बातों का ध्यान रखना जरूरी है ताकि भविष्य में अपना घर खरीदने का सपना जल्दी पूरा हो सके। यदि आप उन भूलों से बचते हैं तो न केवल आपका जीवन सुचारू रूप से चलता है बल्कि आपके अपने घर का सपना भी जल्द साकार हो सकता है। तो चलिए जानते हैं उन बातों के बारे में जिन्हें किराए के मकान में रहते हुए नहीं करना चाहिए, ताकि आप अपने घर का सपना जल्दी पूरा कर सकें और उसकी दिशा में सही कदम उठा सकें।

मुख्य द्वार का ध्यान रखें
वास्तु शास्त्र के अनुसार, मुख्य द्वार घर की प्रमुख ऊर्जा का प्रवेश बिंदु होता है। यह घर की समृद्धि और सुख-शांति का प्रतीक होता है। यदि मुख्य द्वार वास्तु के अनुरूप नहीं है, तो घर में नकारात्मक ऊर्जा आ सकती है। मुख्य द्वार हमेशा साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखें। यदि संभव हो तो इसे नियमित रूप से खोलें और बंद करें ताकि सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे। मुख्य द्वार का रंग हल्का होना चाहिए, जैसे कि सफेद, हल्का पीला या क्रीम। इसके अलावा, यह ध्यान रखें कि मुख्य द्वार पर कोई भी रुकावट न हो, जैसे कि ऊबड़-खाबड़ रास्ता या कोई अन्य अवरोध।

सोने का स्थान
किराए के मकान में सोने का स्थान भी बहुत महत्वपूर्ण है। वास्तु शास्त्र के अनुसार सोने का स्थान गलत दिशा में न केवल मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है बल्कि यह घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश भी करवा सकता है। अपने बेड को दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखें। यह दिशा सबसे अच्छी मानी जाती है, क्योंकि इससे आपकी नींद अच्छी रहती है और मानसिक शांति बनी रहती है। बेड को कभी भी उत्तर या पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए, क्योंकि इससे ऊर्जा असंतुलित हो सकती है और मानसिक तनाव बढ़ सकता है।

रसोई
रसोई घर में उर्जा का प्रमुख केंद्र होता है क्योंकि यहीं से आपका पोषण और स्वास्थ्य जुड़ा होता है। रसोई का सही स्थान रखना बहुत जरूरी है ताकि घर में समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य का आगमन हो। रसोई को दक्षिण-पूर्व दिशा में बनाना सर्वोत्तम होता है। इस दिशा को अग्नि तत्त्व का स्थान माना जाता है, जो खाना पकाने के लिए उपयुक्त है। यदि रसोई में कोई खिड़की हो, तो वह उत्तर या पूर्व दिशा में होनी चाहिए, जिससे ताजगी और प्राकृतिक रोशनी अंदर आए।

सकारात्मक ऊर्जा के लिए रंगों का चयन
घर में रंगों का प्रभाव व्यक्ति की मानसिक स्थिति पर सीधा पड़ता है। वास्तु शास्त्र में रंगों का चयन घर की ऊर्जा को प्रभावित करने के लिए महत्वपूर्ण होता है।दीवारों का रंग हल्का और नरम होना चाहिए, जैसे कि सफेद, हल्का पीला, हल्का नीला या हल्का हरा। ये रंग मानसिक शांति, समृद्धि और सकारात्मकता को बढ़ावा देते हैं। बेडरूम में हल्के रंगों का चयन करना चाहिए क्योंकि यह आपको आरामदायक और शांतिपूर्ण नींद देगा। रंगों को ध्यान से चुनें, क्योंकि गहरे रंगों से मानसिक तनाव और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है।

आधुनिक सजावट में वास्तु का पालन
किराए के मकान में रहने के बावजूद, आप सजावट के तरीकों से सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकते हैं। लेकिन सजावट के समय यह ध्यान रखना जरूरी है कि यह वास्तु के सिद्धांतों के अनुरूप हो। घर में कोई भी बड़ा या भारी फर्नीचर दीवारों से सटा होना चाहिए, जिससे ऊर्जा का प्रवाह बाधित न हो। टेबल, कुर्सियां आदि हमेशा अच्छी स्थिति में रखें और सुनिश्चित करें कि वे आपके कार्यस्थल या लिविंग रूम में नकारात्मक ऊर्जा का स्रोत न बनें।

PRATYUSHAASHAKINAYIKIRAN.COM
Editor : Maya Puranik
Permanent Address : Yadu kirana store ke pass Parshuram nagar professor colony raipur cg
Email : puranikrajesh2008@gmail.com
Mobile : -91-9893051148
Website : pratyushaashakinayikiran.com