वाशिंगटन।
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की। इस मुलाकात को लेकर व्हाइट हाउस ने कहा कि दोनों देशों को पहले से ज्यादा विश्वसनीय और लचीला आधार बनाने के लिए अपने साझेदारों के साथ मिलकर काम करने की जरूरत है। दोनों देशों ने तकनीकी और रक्षा आपूर्ति शृंखला को एकीकृत करने के लिए कदम उठाए हैं।
व्हाइट हाउस ने कहा कि बैठक के दौरान सुलिवन और डोभाल ने तकनीक के संयुक्त उत्पादन और विकास के प्रयास के महत्व को लेकर चर्चा की। यह हमें दुनिया के लिए सुरक्षित, विश्वसनीय और लागत-प्रतिस्पर्धी तकनीकी समाधान प्रदान करने में सक्षम बनाएगा। संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत अंतरिक्ष से लेकर सेमी कंडक्टर, जैव प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, उन्नत दूरसंचार और स्वच्छ ऊर्जा को लेकर साझेदारी के साथ काम कर रहे हैं। इसके परिणाम भी सामने आए हैं। व्हाइट हाउस के मुताबिक हमारी साझेदारी ने हिंद-प्रशांत और यूरोप के समान विचारधारा वाले देशों के साथ बहुपक्षीय कार्य को भी बढ़ावा दिया है। इसमें बायो-5 बायोफार्मास्युटिकल सप्लाई चेन कंसोर्टियम, यूएस-इंडिया-आरओके टेक्नोलॉजी त्रिपक्षीय और क्वाड के माध्यम से ऑस्ट्रेलिया और जापान के साथ चल रहे सहयोग शामिल हैं। बैठक में सुलिवन और डोभाल ने तकनीकी संरक्षण को मजबूत करने के अपने साझा संकल्प को लेकर प्रतिबद्धता जताई। साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के प्रयासों पर चर्चा की।
इन मुद्दों पर भी हुई चर्चा
व्हाइट हाउस ने कहा कि दोनों देशों के सुरक्षा सलाहकारों ने द्विपक्षीय रणनीतिक व्यापार, प्रौद्योगिकी और औद्योगिक सहयोग में दीर्घकालिक बाधाओं को दूर करने की प्रगति की सराहना की। दोनों ने विश्वास व्यक्त किया कि सरकारों, उद्योग और शिक्षा जगत के बीच उन्होंने जो सेतु बनाए हैं, वे कायम रहेंगे और तकनीकी उद्यम के हर आयाम में उनकी महत्वपूर्ण उपलब्धियों को प्रतिबिंबित करेंगे। दोनों एनएसए नियमित रूप से व्यापक द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक एजेंडे पर गहन चर्चा के माध्यम से उच्च स्तरीय वार्ता में शामिल रहे हैं।
मिसाइल निर्यात नियंत्रण नीतियों की दी जानकारी
डोभाल-सुलिवन बैठक के बाद, अमेरिकी एनएसए सुलिवन ने भारत को मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) के तहत अमेरिकी मिसाइल निर्यात नियंत्रण नीतियों में बाइडन प्रशासन द्वारा लाए गए अपडेट के बारे में जानकारी दी, जिससे भारत के साथ अमेरिकी वाणिज्यिक अंतरिक्ष सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
दो दिवसीय यात्रा पर एनएसए
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन पांच और छह जनवरी को भारत की यात्रा पर थे। उन्होंने यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात की। 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप के 47वें अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद एनएसए का पद माइकल वाल्ट्ज संभालेंगे।