भारत और पाकिस्तान (India Pakistan) के साथ रिश्ते एक बार फिर पटरी पर आ सकते हैं. इसके लिए पाकिस्तान खुद कदम उठा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान सरकार बुधवार को भारत के साथ व्यापार संबंधों को फिर से शुरू करने पर विचार करने जा रही है. सूत्रों ने कहा कि आर्थिक मामलों पर पाकिस्तान की कैबिनेट समिति भारत से चीनी और कपास आयात करने का फैसला करने जा रही है.
समिति की बैठक पाकिस्तानी समयानुसार सुबह 11.30 बजे होनी है. अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधान रद्द करने और दो नए केंद्र शासित प्रदेशों में राज्य के बंटवारे के बाद पाकिस्तान ने भारत के साथ संबंध तोड़ दिए थे.
इमरान खान ने मोदी को लिखा पत्र, कहा-वार्ता के लिए अनुकूल माहौल बनाना जरूरी
दूसरी ओर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिख कर कहा है कि जम्मू कश्मीर मुद्दा सहित दोनों देशों के बीच लंबित सभी मुद्दों का समाधान करने को लेकर सार्थक और नतीजे देने वाली वार्ता के लिए अनुकूल माहौल बनाना जरूरी है. खान ने यह पत्र पाकिस्तान दिवस के मौके पर पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उन्हें भेजी गई बधाइयों के जवाब में लिखा है. मोदी ने अपने पत्र में कहा था कि पाकिस्तान के साथ भारत सौहार्द्रपूर्ण संबंधों की आकांक्षा करता है, लेकिन विश्वास का वातावरण, आतंक और बैर रहित माहौल इसके लिए ‘अनिवार्य’ है.
प्रधानमंत्री मोदी के पत्र के जवाब में खान ने उनका शुक्रिया अदा किया और कहा कि पाकिस्तान के लोग भारत सहित सभी पड़ोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण सहयोगी संबंध की आकांक्षा करते हैं. आतंक मुक्त माहौल पर खान ने कहा कि शांति तभी संभव है, यदि कश्मीर जैसे सभी लंबित मुद्दों का समाधान हो जाए.
इमरान ने भारत के लोगों को शुभकमानाएं दीं
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने 29 मार्च को लिखे पत्र में कहा, ‘हम इस बात से सहमत हैं कि खासतौर पर जम्मू कश्मीर विवाद जैसे भारत और पाकिस्तान के बीच लंबित सभी मुद्दों के समाधान पर दक्षिण एशिया में टिकाऊ शांति एवं स्थिरता निर्भर करती है. ’ खान ने कहा कि सार्थक एवं नतीजे देने वाली वार्ता के लिए अनुकूल माहौल बनाना जरूरी है. उन्होंने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत के लोगों को शुभकमानाएं भी दीं.