नई दिल्ली
गौतम अदाणी ने प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में अपने छोटे बेटे जीत अदाणी की शादी की तारीख का ऐलान कर दिया है. बीते कई समय से सोशल मीडिया पर बिजनेस टायकून गौतम अदाणी के बेटे जीत अदाणी की शादी को लेकर रिपोर्ट्स वायरल हो रही थीं, लेकिन 21 जनवरी 2025 को प्रयागराज के महाकुंभ में गौतम अदाणी ने बताया कि उनके बेटे की शादी 7 फरवरी को होने जा रही है. बिजनेस टायकून और अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने शादी की डेट का ऐलान करते हुए ये भी बताया कि ये शादी बहुत ही साधारण और पूरे पारंपरिक तरीके से होगी.
शादी विवाह के लिए शुभ मुहूर्त देखने की परंपरा सनातन काल से चली आ रही है. आज भी शादी विवाह की डेट पंचांग को देखकर ही निर्धारित की जाती है. इसके लिए बकायदा वर-वधु की कुंडली का मिलान, गुणों का मिलान आदि का विचार किया जाता है. गौतम अदाणी दुनिया के 19वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं. ऐसे में जब इनके द्वारा कोई शुभ कार्य किया जाता है तो लोगों की उत्सुकता बढ़ना स्वाभाविक है. गौतम अदाणी के बेटे जीत अदाणी की शादी को लेकर सोशल मीडिया पर शादी की जो डेट वायरल हो रही है उसके बारे में लोग की जिज्ञासा बढ़ गई है कि आखिर 7 फरवरी 2025 को आखिर क्या विशेष है, जिसे गौतम अदाणी ने अपने छोटे बेटे की शादी की लिए तय किया है.
विवाह के लिए ताराबल का महत्व
ज्योतिष ग्रंथों में शादी विवाह के लिए ताराबल पर विशेष जोर दिया जाता है, क्योंकि शुक्र और बृहस्पति ग्रह को तारा माना गया गया है. इसलिए विवाह के समय इनका विचार करना आवश्यक माना गया है.यही कारण है कि ज्योतिष शास्त्र में इन दोनों के अस्त होने पर विवाह का विचार नहीं किया जाता है. जब ये तारा अस्त होते हैं तो हिंदू धर्म में विवाह जैसे मांगलिक कार्य नहीं किये जाते हैं. शुक्र जहां लव, रोमांस, लग्जरी लाइफस्टाइल का कारक है वहीं बृहस्पति सुखद दांपत्य का कारक माना गया है. ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह को ज्ञान और शुभ व मांगलिक कार्यों का कारक होता है.
फरवरी और मई 2025 में बजेगी सबसे ज्यादा शहनाई
पंचांग के अनुसार साल 2025 में फरवरी और मई के महीने में अधिक शादियों का योग बन रहा है. फरवरी में करीब 13 डेट शादी-विवाह के लिए अच्छी हैं.
वृषभ राशि में बनेगा 'गजकेसरी योग'
7 फरवरी 2025 को वृषभ राशि में गजकेसरी योग का निर्माण हो रहा है. यानि गौतम अदाणी के बेटे के विवाह के समय गजकेसरी योग रहेगा. ज्योतिष में इस योग को अत्यंत शुभ माना गया है. पंचांग अनुसार 7 फरवरी को वृष राशि में देव गुरु बृहस्पति और चंद्रमा की युति बनेगी. गजकेसरी का अर्थ हाथी पर सिंह यानि शेर सवार. यानि हाथी के समान बल और सिंह के समान साहस. इस बार गुरु ग्रह वृषभ राशि में रहेंगे और 12 फरवरी तक सूर्य मकर राशि में गोचक करेंगे. शादी-विवाह के लिए इन ग्रहों की स्थिति देखी जाती है. इनका नवम पंचम योग बनेगा. यह नवम पंचम योग लाभकारी होता है.