कांकेर जिले के अंतागढ़ इलाके में सोमवार को नक्सली और DRG जवानों के बीच मुठभेड़ हो गई। ये मुठभेड़ ताडोकी थाना क्षेत्र के मलमेटा गांव के पास हुई। कोंडागांव और नारायणपुर जिले जवान नक्सलियों के मौजूद होने के इनपुट पर इस ओर आए थे। तभी जंगल में नक्सलियों ने जवानों को देखकर उन पर फायरिंग कर दी। फौरन पोजिशन लेकर जवानों ने भी गोली का जवाब गोली से दिया। है। फायरिंग के बीच जंगल की आड़ लेकर नक्सली भाग गए। उधर, फायरिंग रुकने के बाद सर्चिंग के दौरान जवानों ने जंगल से एक रायफल और कुछ रोजमर्रा का सामान बरामद किया है।
घटना के बारे में अंतागढ़ के SDOP कौशलेंद्र पटेल ने बताया कि जहां फायरिंग हुई वो हिस्सा दूसरे जिलों से जुड़ा है। सर्चिंग टीम से हम और जानकारी ले रहे हैं। इलाके में अब भी सर्च ऑपरेशन जारी है। दूसरी तरफ दंतेवाड़ा जिले में मंगलवार की ही सुबह पुलिस जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है, जिसमें 5 लाख का इनामी नक्सली कोसा मारा गया। पुलिस ने उसकी बंदूक और नक्सलियों का कुछ सामान बरामद किया है।
लगातार हो रही घटनाएं
बीजापुर में 3 अप्रैल को माओवादियों के हमले में 22 जवानों की शहादत के बाद से बस्तर क्षेत्र में लगातार नक्सली घटनाएं हो रही हैं। नक्सली लगातर बस्तर के अलग-अलग इलाकों में कायराना हरकत कर रहे हैं। सुकमा में रविवार रात को भी नक्सलियों ने 2 ग्रामीणों को मौत के घाट उतारा दिया था। यहां शनिवार को भी नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगे कर्मचारी को मौत के घाट उतारा था और गुरुवार को 2 जवानों की भी धारदार हथियार से हत्या की थी।
बम लगा रहे नक्सली के उड़े थे चिथड़े
इससे पहले फरवरी में भी नक्सलियों ने कांकेर जिले के आमाबेड़ा थाना क्षेत्र में फोर्स को नुकसान पहंचाने बम लग रहे थे। उसी दौरान ही बम फट गया था और बम लगा रहा नक्सली मारा गया था। इस नक्सली के शरीर के टुकड़े पेड़ पर लटके मिले थे। इस इलाके के पास ही बोड़ागांव में BSF का कैंप है और सीमा से लगे हुए ईरागांव में भी जवानों के कैंप है। यही वजह है कि यहां नक्सली बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे।