छत्तीसगढ़ के जशपुर के बगीचा तहसीलदार के बंगले पर आज किसानों ने अनोखे अंदाज में प्रदर्शन किया. तहसीलदार ने किसानों का सब्जियों से भरा पिकअप जब्त कर लिया था, जिसके विरोध में किसान आक्रोशित हो गए. उन्होंने तहसीलदार के बंगले के बाहर ढेर सारी सब्जियां फेंककर अपना विरोध दर्ज कराया. किसानों ने यह आरोप भी लगाया कि तहसीलदार ने उनसे 5000 रुपए रिश्वत मांगी और पैसे न देने पर पिकअप जब्त कर ली.
बगीचा तहसीलदार डॉ. टीडी मरकाम के बंगले के सामने किसानों ने खीरा, करेला समेत अन्य सब्जियां फेंककर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की. किसानों का आरोप है कि देर रात बगीचा से झारखंड के
धनबाद जा रही सब्जियों से भरी पिकअप को रोका गया. इसके बाद तहसीलदार ने पिकअप के ड्राइवर और क्लीनर से पूछताछ करते हुए 5000 रुपयों की मांग की. पैसे नहीं देने पर तहसीलदार ने पिअकप को थाने में ले जाकर खड़ा करने कहा.
इस पर व्यापारियों ने नाराजगी जताई और पिकअप ले जाकर तहसीलदार के बंगले के बाहर खड़ा कर दिया. यही नहीं किसानों ने ढेर सारी सब्जियां बंगले के बाहर सब्जियां फेंककर विरोध दर्ज कराया. किसानों का कहना था कि कोरोनाकाल में सब्जियों के परिवहन को छूट दी गई है, उसके बावजूद तहसीलदार ने मनमानी की. किसानों ने तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
वहीं इस मामले में तहसीलदार ने किसानों के आरोपों का खण्डन किया है. तहसीलदार डॉ. टीडी मरकाम का कहना है कि उन्होंने सब्जी परिवहन पर कोई कार्रवाई नहीं की है. उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में गाइडलाइन को तोड़कर उनके घर के सामने किसान जमा हुए हैं, जिसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.