अमेरिका में कोलोराडो के कैंटरबरी मोबाइल होम पार्क में रविवार को एक बर्थडे पार्टी में पहुंचे युवक ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। इस हमले में 7 लोगों की मौत हो गई। तीन जख्मी हो गए। मारे गए लोगों में हमलावर भी शामिल है। उसने फायरिंग के दौरान खुद को भी गोली मार ली थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बर्थडे पार्टी हमलावर की गर्लफ्रेंड के घर पर चल रही थी। इस हमल में गर्लफ्रेंड की भी मौत हो गई। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि वहां पर 6 लोगों के शव पड़े थे। एक गंभीर रूप से घायल शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन बाद में उसकी भी मौत हो गई।
अमेरिका में 4 दिन में फायरिंग की तीसरी घटना
अमेरिका में बीते चार दिनों में यह फायरिंग की तीसरी घटना है। इससे पहले 8 मई को न्यूयॉर्क सिटी के टाइम्स स्क्वायर पर दो गुटों की बहस हिंसक हो गई थी। इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे पर गोलियां बरसाना शुरू कर दी थी। वहीं, 6 मई को इडाहो स्थित एक स्कूल में गुरुवार को एक बच्ची ने फायरिंग की थी। घटना में 2 बच्चों समेत 3 लोग घायल हुए थे। इसके बाद टीचर ने इस बच्ची से बंदूक छीन ली थी। घायलों को बांह और पैरों में गोलियां लगी थी।
अमेरिका के गन कल्चर के 7 फैक्ट
1. 2020 में 2.1 करोड़ बंदूकें बिकीं
पिछले साल अमेरिका में बंदूकों की बिक्री का रिकॉर्ड बना था। हैंडगन और राइफल समेत कुल 2.1 करोड़ बंदूकों की बिक्री हुई थी। यह 2019 की तुलना में 60% ज्यादा है। इससे पहले 2016 में 1.6 करोड़ बंदूकों की बिक्री का रिकॉर्ड था।
2. हर 100 लोगों के पास 120 बंदूकें
प्रति व्यक्ति बंदूक के औसत के मामले में अमेरिका दुनिया में नंबर 1 है। वहां हर 100 लोगों के पास 120.5 बंदूकें हैं। यह दूसरे नंबर के देश यमन की तुलना में दोगुना है।
3. 2020 में 84 लाख ने पहली बार गन खरीदी
2020 में अमेरिका में पहली बार बंदूक खरीदने वालों की तादाद 40% बढ़ गई। 84 लाख लोगों ने पहली बार बंदूक खरीदी। बंदूकों की रिकॉर्ड बिक्री की एक खास वजह यही है।
4. पहली बार गन खरीदने वालों में ज्यादातर अश्वेत
जिन लोगों ने 2020 में पहली बार बंदूकें खरीदी हैं, उनमें ज्यादातर अश्वेत और महिलाएं हैं। बंदूकें उन इलाकों में ज्यादा बिकीं, जहां अश्वेतों पर ज्यादा हमले हुए।
दरअसल, 25 मई 2020 को मिनेपोलिस पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड को अरेस्ट किया था। इस दौरान पुलिस अफसर डेरेक शॉवेन ने उसकी गर्दन को घुटने से करीब 9 मिनट तक दबाए रखा था। जॉर्ज की मौत हो गई। पुलिस के जुल्म का वीडियो सामने आने के बाद अमेरिका में हिंसक प्रदर्शन हुए थे।
5. हिंसा बढ़ने पर वॉलमार्ट ने स्टोर से हटा ली थीं बंदूकें
पिछले साल बंदूकों की डिमांड बढ़ने के बाद नौबत यहां तक आ गई थी कि अनेक स्टोर्स पर बंदूकों और गोलियों का पूरा स्टॉक खत्म हो गया था। हिंसा बढ़ने के बाद वॉलमार्ट ने कुछ दिनों के लिए अपने स्टोर से इन्हें हटा दिया था। कंपनी ने यह भी कहा था कि वह उस तरह की बंदूकों की बिक्री नहीं करेगी, जिनका इस्तेमाल सैनिक करते हैं।
6. 2016 का रिकॉर्ड सितंबर में ही टूट गया था
अमेरिका के गन मार्केट पर नजर रखने वाली फर्म स्मॉल आर्म्स एनालिटिक्स के चीफ इकोनॉमिस्ट जर्गेन ब्रावर के अनुसार पिछले साल अगस्त तक पूरे 2019 से ज्यादा बंदूकों की बिक्री हो चुकी थी। 2016 का रिकॉर्ड तो सितंबर में ही टूट गया था।
7. राष्ट्रपति चुनाव वाले साल में बिक्री बढ़ जाती है
अमेरिका में एक और खास ट्रेंड रहा है। जब वहां राष्ट्रपति चुनाव होने वाले होते हैं, तब बंदूकों की बिक्री बढ़ जाती है। तब तो और ज्यादा जब किसी डेमोक्रेट उम्मीदवार के जीतने की संभावना होती है। 2016 में डेमोक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के जीतने की संभावना बनी थी। उस साल भी बंदूकों की बिक्री का रिकॉर्ड बना था।
पूर्व डेमोक्रेट राष्ट्रपति बराक ओबामा को ‘गन सेल्समैन’ भी कहा जाता है, क्योंकि उनके चुनाव के समय नेशनल राइफल एसोसिएशन ने पार्टी को 3 करोड़ डॉलर का चंदा दिया था।