छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले (Dantewada District) में एक इनामी नक्सली समेत चार नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को यहां बताया कि मिलिशिया कमांडर बोटी (Milishiya Commander Boti) उर्फ भीमा वेट्टी (29), मिलिशिया डिप्टी कमांडर धुरवा कुंजाम (28), जनमिलिशिया सदस्य बुधराम उर्फ गुड्डू तामो (23) और सोमडू तामो (27) ने जिले के किरंदुल थाने में सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. नक्सली बोटी पर एक लाख रुपये का इनाम था.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि माओवादियों की दरभा डिवीजन की मलांगिर एरिया कमेटी अंतर्गत कार्यरत नक्सलियों ने माओवादी संगठन की खोखली विचारधारा से तंग आकर तथा लोन वर्राटू (घर वापस आइए) अभियान से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण करने का फैसला किया. उन्होंने बताया कि पिछले 10 माह से दंतेवाड़ा जिले के विभिन्न गांवों में नक्सली संगठनों में सक्रिय लोगों की घर वापसी के लिए ‘लोन वर्राटू’ अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत थाना/शिविरों और ग्राम पंचायतों में संबंधित क्षेत्र के सक्रिय माओवादियों के नाम चस्पा कर उनसे आत्मसमर्पण करने का अनुरोध किया जा रहा है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ‘लोन वर्राटू’ अभियान के तहत अब तक 96 इनामी नक्सलियों सहित कुल 363 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया है.
अभिषेक पल्लव के समक्ष समर्पण किया
बता दें कि पिछले महीने भी छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में चार नक्सलियों ने सरेंडर किया था. आत्मसमर्पण करने वाले 4 में से 3 नक्सली कोरोना पॉजिटिव मिले थे. सरेंडर करने वाले नक्सलियों का दावा है कि नक्सल संगठन में सही इलाज नहीं मिल रहा है. इस वजह से आत्मसमर्पण करने का फैसला लिया. दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव के सामने सभी ने आत्मसमर्पण किया था. नक्सलियों का सरेंडर करवाकर दंतेवाड़ा पुलिस ने उन्हें कोविड के इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल करवाया था. इन नक्सलियों में कोविड के लक्षण होने के बावजूद इन्हें नक्सल संगठन कोई इलाज मुहैय्या नही करवा पा रहा था जिसके चलते चारों नक्सलियों ने गुरुवार को दंतेवाड़ा के बादली कैम्प में एसपी अभिषेक पल्लव के समक्ष समर्पण किया थ