कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant of Coronavirus) ब्रिटेन के बाद अमेरिका (America) के लिए भी खतरा बन गया है. शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फाउची (Anthony Fauci) ने चेतावनी दी है कि ये वेरिएंट अमेरिका के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गया है. अन्य विशेषज्ञों का भी मानना है कि अगर कोरोना का ये रूप ऐसे ही फैलता रहा, तो साल के आखिर में एक बार फिर से अमेरिका को महामारी के बढ़ते मामलों का सामना करना पड़ेगा. भारत में डेल्टा प्लस वेरिएंट्स के 40 से ज्यादा केस सामने आए हैं.
ब्रिटेन जैसे बन रहे हालात
व्हाइट हाउस (White House) में हुई प्रेस ब्रीफिंग में एंथनी फाउची (Anthony Fauci) ने बताया कि अमेरिका में आने वाले 20 फीसदी से अधिक नए मामलों में डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) की वजह से ही तेजी आई है. दो सप्ताह पहले तक ये करीब 10 प्रतिशत मामलों में ही सामने आ रहा था. उन्होंने कहा कि जिस तरह के हालात ब्रिटेन में हैं, वैसे ही हालात यहां भी दिखाई देने शुरू हो गए हैं. इसलिए हमें अलर्ट होने की जरूरत है.
तेजी से फैल रहा है इंफेक्शन
एंथनी फाउची ने कहा कि अगर अमेरिका के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि यहां पर डेल्टा वेंरिएंट का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. 8 मई के आसपास ये जहां 1.2 से 2.7 और 9.9 फीसदी था. दो दिन में ही ये बढ़कर 20.6 तक पहुंच गया. इसलिए इस वेरिएंट से अमेरिका को सावधान रहने की जरूरत है.
युवाओं के वैक्सीनेशन पर जोर
वर्चुअल प्रेस ब्रीफिंग में एंथनी फाउची ने कहा, ‘अच्छी खबर ये है कि अमेरिका की बनाई कोरोना वैक्सीन डेल्टा वेंरिएंट पर भी कारगर है. इसका मतलब ये है कि अमेरिका को जहां इस वेरिएंट से खतरा है, वहीं हमारे पास इसे रोकने का एक कारगर हथियार भी है.’
सबसे खतरनाक है डेल्टा वेरिएंट
भारत में मिले कोरोना वायरस के डबल म्यूटेंट स्ट्रेन B.1.617.2 को ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने डेल्टा नाम दिया है. B.1.617.2 में एक और म्यूटेशन K417N हुआ है, जो इससे पहले कोरोना वायरस के बीटा और गामा वेरिएंट्स में भी मिला था. नए म्यूटेशन के बाद बने वेरिएंट को डेल्टा+ वैरिएंट या AY.1 या B.1.617.2.1 कहा जा रहा है.
दुनिया के करीब 60 से अधिक देशों ने डेल्टा वेरिएंट के मामले मिलने की पुष्टि की है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इस वैरिएंट को पहले ही ‘वेरिएबल ऑफ कंसर्न’ मतलब खतरनाक या घातक मान चुका है.
चार राज्यों में अलर्ट
एक्सपर्ट्स का मानना है कि डेल्टा प्लस वेंरिएंट भारत में कोरोना की तीसरी लहर का कारण बन सकता है. इसे देखते हुए सरकार ने महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु और केरल को तैयार रहने के निर्देश भी दिए हैं.