हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की ऊना में विजिलेंस (Vigilance) टीम ने उपमंडल हरोली के घालुवाल में ग्राम पंचायत ईसपुर के सचिव को 12 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ने में सफलता हासिल की है. पंचायत सचिव (Panchayat Secretary) ने एक व्यक्ति से ईसपुर क्षेत्र में ईंट का डंप लगाने के एवज में रिश्वत की मांग की थी, जिसके बाद शिकायतकर्ता ने विजिलेंस को मामले की सूचना दे दी. विजिलेंस टीम ने एएसपी सागर चंद्र की अगुवाई में शिकायत के आधार पर जाल बिछाकर आरोपी को रिश्वत लेते रंगे हाथो पकड़ लिया. विजिलेंस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी की पहचान विष्णु शर्मा निवासी कांगड़ के रूप में हुई है. विजिलेंस ने सचिव विष्णु के खिलाफ केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के मुताबिक बरनोह निवासी रविंद्र कुमार पिछले काफी समय से बेरोजगार था. ऐसे में रविंद्र ने ईसपुर में ईंट का डंप लगाने की सोची और इसको लेकर काम शुरू कर दिया. रविंद्र कुमार ने ईंट डंप के लिए पंचायत सचिव से एनओसी मांगी. शिकायतकर्ता का आरोप है कि पंचायत सचिव पहले तो एनओसी को लेकर टाल-मटोल करता रहा, लेकिन बाद में एनओसी देने के लिए 10 हजार रुपये की मांग की. इसी बीच रविंद्र ने इसकी शिकायत स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो से की. आरोप है कि एनओसी के लिए सचिव से रविंद्र ने दोबारा संपर्क किया, तो एनओसी देने के लिए राशि बढ़ाकर 15 हजार रुपये कर दी, लेकिन बाद में 12 हजार रुपये पर बात खत्म हो गई और सचिव ने घालूवाल में पैसे लेकर बुलाया.
उधर, विजिलेंस ने भी शिकायत पर एफआईआर दर्ज की तथा ट्रैप लगाने का प्लान बनाया. सचिव द्वारा बताए गए स्थान पर मंगलवार को विजिलेंस की टीम घालूवाल पहुंची और सचिव को 12 हजार रुपये की राशि के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया. विजिलेंस की ने सचिव विष्णु शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है. स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो के एडिशनल एसपी सागर चंद्र शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि विजिलेंस ने सचिव को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है.