अफगानिस्तान और तालिबान के बीच खूनी संघर्ष लगातार जारी है. इस बीच अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी (Afghanistan president Ashraf Ghani ) ने कहा है कि देश के हालात अगले 6 महीनों में सुधर जाएंगे. उन्होंने जोर देकर कहा कि शहरों की सुरक्षा उनकी सरकार की प्राथमिकता है. एक वर्चुअल कैबिनेट बैठक को संबोधित करते हुए गनी ने रविवार को कहा कि तालिबान पिछले दो दशकों में और अधिक क्रूर और दमनकारी हो गया है.
राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा, ‘उन्हें समृद्धि या प्रगति की कोई इच्छा नहीं है. हम शांति चाहते हैं लेकिन वे आत्मसमर्पण के लिए तैयार नहीं है. वे तब तक सार्थक बातचीत नहीं करेंगे जब तक कि जंग के मैदान में स्थिति नहीं बदल जाती. इसलिए, हमारा रुख स्पष्ट होना चाहिए. इसके लिए देशभर में लोगों को साथ आना होगा.’
गनी की टिप्पणी तब आई है जब अफगान बलों ने रविवार को तालिबान लड़ाकों और उनके ठिकानों पर जमकर बमबारी की. तालिबान ने अफगानिस्तान के दूसरे सबसे बड़े शहर और विद्रोहियों के पूर्व गढ़ कंधार में हवाई अड्डे पर भी हमला किया. कम से कम तीन रॉकेटों से हमला किया और कहा कि इसका उद्देश्य अफगान सरकारी बलों द्वारा किए गए हवाई हमलों को विफल करना था. तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया, ‘कंधार हवाई अड्डे को हमारे द्वारा निशाना बनाया गया था क्योंकि दुश्मन हमारे खिलाफ हवाई हमले करने के लिए इसे केंद्र के रूप में इस्तेमाल कर रहा था.’
तालिबान लड़ाकों ने कम से कम दो अन्य प्रांतीय राजधानियों पर भी हमला किया है, जिसमें हेलमंद में लश्कर गाह और इसी नाम के प्रांत में हेरात शामिल हैं. सरकार ने कहा है कि अफगानिस्तान के राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा बलों (ANDSF) ने देश भर में सैकड़ों तालिबान आतंकवादियों को मार गिराया है. हेरात प्रांत में अमेरिकी वायु सेना के एक बी-52 विमान द्वारा किए गए हवाई हमले में कम से कम 200 सौ तालिबान आतंकवादी मारे गए.