मध्य प्रदेश के बाढ़ पीड़ितों के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष (Prime Minister’s Relief Fund) से मदद का ऐलान किया गया है. प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ फंड से बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा दिया जाएगा. बाढ़ की वजह से जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को ₹2 लाख मुआवजे का ऐलान किया गया है, जबकि बाढ़ या बारिश की वजह से घायल हुए लोगों को ₹50000 तक की मदद दी जाएगी.
ग्वालियर चंबल संभाग में बाढ़ से बेहाल हुए लोगों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने पहल की है. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ फंड से बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान किया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर चंबल संभाग में बाढ़ की वजह से बिगड़े हालात पर बुधवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की थी और उन्हें पूरी स्थिति से अवगत कराया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से राज्य सरकार को पूरी मदद का भरोसा दिया गया था.
सीएम की हुई थी पीएम से बात
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के साथ दो बार फोन पर बातचीत की थी. मंगलवार को फोन पर हुई बातचीत के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की थी. मुख्यमंत्री ने पीएम को मध्यप्रदेश में बाढ़ की स्थिति और रेस्क्यू ऑपरेशन से अवगत कराया था. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि कुल 1225 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं जो कि शिवपुरी दतिया, ग्वालियर, गुना, भिंड, मुरैना और श्योपुर जिले के हैं. अब तक 5800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
हरसंभव सहायता का वादा
अभी वर्तमान स्थिति की जानकारी अनुसार 1400 लोग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हुए हैं लेकिन सभी पूरी तरह सुरक्षित हैं. एसडीआरएफ की 29 टीमें बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. एनडीआरएफ की 3 टीमें ग्वालियर और दो टीम शिवपुरी में बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. आर्मी के 4 कॉलम शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया और श्योपुर में बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. एयर फोर्स के हेलीकॉप्टरों ने बचाव कार्य जारी है. कोटा बैराज से पानी छोड़ने के कारण चंबल नदी का जलस्तर बढ़ा है. जिससे चंबल संभाग के मुरैना भिंड जिलों के कुछ गांव प्रभावित हो सकते हैं. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि श्योपुर जिले में मोबाइल टावर और कम्यूनिकेशन कुछ स्थानों पर बंद है जिससे संपर्क करने में परेशानी आ रही है. ग्वालियर, गुना रेलवे ट्रैक बंद है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिया था कि इस हालात में केंद्र सरकार हर संभव सहायता करेगी.