तालिबान ने अफगानिस्तान (Afghanistan) पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है और अब जल्दी तालिबानी सरकार (Taliban Government) का गठन भी हो सकता है. अब भारत में कुछ राजनीतिक नेता जम्मू कश्मीर को लेकर तालिबान से तुलना कर रहे हैं और केंद्र सरकार के चुनौती दे रहे हैं. पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने शनिवार को तालिबान से तुलना करते हुए कहा कि देखें कैसे आतंकवादी समूह ने अफगानिस्तान से शक्तिशाली अमेरिका को बाहर निकाल फेका है.
उन्होंने मोदी सरकार से जम्मू कश्मीर की जनता से बातचीत करने और जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल करने की अपील की. महबूबा मुफ्ती ने यह सारी बातें मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उनकी मां गुलशन नजीर से करीब तीन घंटे तक पूछताछ किए जाने के बाद पत्रकार वार्ता में कहीं.
संस्थाओं का तालिबानीकरण हो गया है
उन्होंने कहा कि यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण हैं कि जो संस्थाएं हमारे अधिकारों की रक्षा करने और भारत की भावना ओर संविधान को बनाए रखने के लिए थीं उनका आज तालिबानीकरण कर दिया गया. इसके साथ ही उन्होंने मीडिया का तालिबानीकरण करने का भी आरोप लगाया.
राष्ट्रीय एजेंसी का इस्तेमाल हथियार के रूप में
जब उनसे ईडी द्वारा पूछताछ के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह सब सोची समझी रणमीति के तहत है. मैंने परिसीमन आयोग से मिलने से मना कर दिया तो मुझे समन भेज दिया गया मैंने 5 अगस्त को शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन किया तो मुझे समन भेज दिया गया. उन्होंने कहा कि एनआईए और ईडी जैसी राष्ट्रीय एजेंसियां गंभीर कामों के लिए होती हैं, लेकिन यह देश का दुर्भाग्य है कि इनका प्रयोग आज हथियारों के रूप में किया जा रहा है.