देश

अगले फैसले तक काबुल के लिए अब भारत नहीं चलाएगा फ्लाइट, फ्रांस भी बंद करेगा अभियान

 अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद भारतीय हवाई सेवाओं पर असर पड़ने की आशंका है. सूत्रों ने आशंका जताई है कि रेगुलर फ्लाइट से क्रू और पैसेंजर्स, दोनों को खतरा हो सकता है. दरअसल, अमेरिका ने काबुल एटीसी को आज रिलीज कर दिया. इसके बाद भारत की ओर से और फ्लाइट्स भेजना मुश्किल है. गुरुवार को आखिरी राहत-बचाव के बाद भारतीय उड़ानें अगले आदेश तक निलंबित रहेंगी. उच्च पदस्थ सूत्रों ने CNN-News18 को बताया कि अभी तक कोई नीतिगत फैसला नहीं हुआ है, लेकिन फ्लाइट्स पर खतरा बहुत है. उन्होंने कहा, ‘हम फ्लाइट्स के ऑपरेशन में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के फैसले का इंतजार कर रहे हैं. हमारे दिमाग में अभी भी कंधार हाइजैक का वाकया है.’

सूत्र ने कहा कि अगर हमें अफगानिस्तान से सपोर्ट मिल जाता है, तब भी पाकिस्तान पर हमें भरोसा नहीं है. उच्चस्तरीय फैसला होने के बाद नीति बनाई जाएगी. सूत्रों के अनुसार संभावना है कि सरकार पड़ोसी देशों के लिए उड़ान भेज सकती है, और लोग वहां आएं. जिनके पास वैलिड वीजा होगा, फिर उन्हें भारत लाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि नीति के अनुसार भारत का राहत बचाव कार्य लगभग खत्म हो चुका है.

फ्रांस भी कल से रोक देगा उड़ान
गौरतलब है कि फ्रांस शुक्रवार रात के बाद से काबुल हवाई अड्डे से लोगों को निकालने का अभियान बंद कर देगा. फ्रांसीसी प्रधानमंत्री ज्यां कास्ते ने कहा है कि उनका देश शुक्रवार रात के बाद से काबुल हवाई अड्डे से लोगों को निकाल नहीं पाएगा. कास्ते ने बृहस्पतिवार को यह घोषणा ऐसे वक्त में की है, जब अमेरिका और पश्चिमी राष्ट्रों के सामने अफगानिस्तान से लोगों को निकालने की 31 अगस्त की समयसीमा है.

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद हजारों लोग मुल्क छोड़ने की कोशिश में हैं और काबुल हवाई अड्डे के जरिए वे देश से निकलना चाह रहे हैं. कास्ते ने फ्रांसीसी रेडियो ‘आरटीएल’ से कहा कि 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की वजह से ‘‘हम कल शाम के बाद से काबुल हवाई अड्डे से लोगों को निकाल नहीं पाएंगे.’ पिछले हफ्ते अभियान शुरू होने के बाद से फ्रांस ने अफगानिस्तान के दो हजार नागरिकों एवं सैकड़ों फ्रांसीसी लोगों को युद्धग्रस्त देश से निकाला है.

अब तक 800 लोगों को भारत ने निकाला
15 अगस्त को तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने के बाद काबुल में तेजी से बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को देखते हुए भारत अपने मिशन ‘ऑपरेशन देवी शक्ति’ के तहत पहले ही 800 से अधिक लोगों को वापस ला चुका है. तालिबान की बर्बरता के डर से देश से भागने की बेताब कोशिश में, एक सप्ताह से अधिक समय से काबुल हवाई अड्डे के आसपास हजारों अफगान जमा हो गए हैं.

गौरतलब है कि बुधवार को जी-7 के कई नेताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के लिए 31 अगस्त की समयसीमा को बढ़ाने का अनुरोध किया. हालांकि, बाइडन ने कहा कि अमेरिका तय समय पर सैनिकों की वापसी के फैसले पर टिके रहने की कोशिश कर रहा है. अमेरिका और कई अन्य मित्र देशों के साथ समन्वय में भारत निकासी अभियान चला रहा है.

RO Number- 13098/ 20

PRATYUSHAASHAKINAYIKIRAN.COM
Editor : Maya Puranik
Permanent Address : Yadu kirana store ke pass Parshuram nagar professor colony raipur cg
Email : puranikrajesh2008@gmail.com
Mobile : -91-9893051148
Website : pratyushaashakinayikiran.com