पंजाब के सियासी संकट (Punjab Political Crisis) पर आखिरकार राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के ओएसडी लोकेश शर्मा (Lokesh Sharma) ने शायराना अंदाज में कांग्रेस हाईकमान पर तंज क्यों कसा? इस तंज से ऐसा क्या हुआ कि उन्हें इस्तीफा देने पर मजबूर होना पड़ा. ये चर्चा आज सोशल मीडिया पर जोर शोर से चल रही है कि आखिर पंजाब का मसले का राजस्थान कनेक्शन (Punjab-Rajasthan Connection) क्या है ? इसके समझने के लिये पंजाब और राजस्थान कांग्रेस पिछले काफी समय से चल रहे सियासी विवाद को जानना जरूरी है. दोनों ही राज्यों में कांग्रेस के ‘क्राउड पुलर’ और ‘अनुभवी नेताओं’ के बीच सियासी खींचतान चल रही है.
पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच जिस तरह का टकराव और गुटबाजी है कमोबेश वही टकराव राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच है. पॉपुलर लीडर बनाम अनुभवी नेता की जैसी लड़ाई पंजाब में कैप्टन व सिद्धू के बीच है लगभग वैसी ही राजस्थान में गहलोत व पायलट के बीच है. पंजाब में कैप्टन की मनमानी और हाईकमान की न सुनने से परेशान होकर कांग्रेस ने पहले उनके विरोध के बावजूद सिद्धू को पीसीसी चीफ बनाया और अब उनको सीएम पद से हटाने का अप्रत्यक्ष घटनाक्रम हुआ.
गहलोत अभी तक बदलाव के लिए तैयार नहीं
इस मामले में राजस्थान में भी पंजाब जैसे ही हालात हैं. हाईकमान काफी समय से मंत्रिमंडल में फेरबदल और सचिन पायलट गुट को सत्ता व संगठन में भागीदारी दिलाने की कोशिश कर रहा है लेकिन गहलोत अभी तक बदलाव के लिए तैयार नहीं हैं. सिद्धू लोकप्रिय हैं और क्राउड पुलर हैं लेकिन अमरिंदर गुट सिद्धू की कांग्रेस में निष्ठा को लेकर उन्हें कटघरे में खड़ा करता आया. कमोबेश ये ही राजस्थान में पायलट के साथ हो रहा है.