भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shakti Kant Das) ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बाद आर्थिक वृद्धि की रफ्तार (Economic Growth) को बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में निवेश बढ़ाने की जरूरत है. इसके अलावा श्रम और उत्पाद बाजारों में सुधारों को आगे बढ़ाने की जरूरत है. उन्होंने इकोनॉमिक ग्रोथ और रोजगार के नए मौके (Employment Opportunities) पैदा करने के लिए हेल्थ एजुकेशन, डिजिटल सेक्टर में ढांचागत सुविधाओं में निवेश बढ़ाने की वकालत की.
आरबीआई के गवर्नर दास ने उन्होंने एआईएमए के 48वें नेशनल मैनेजमेंट कन्वेंशन (AIMA National Management Convention) में कहा कि दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं के कोरोना संकट से उबरने के संकेत मिल रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी हमारे युग की सबसे खराब घटनाओं में एक है. इसने दुनियाभर में भारी तबाही फैलाई है. इसने दुनियाभर में जानमाल और आजीविका के साधनों को नुकसान पहुंचाया है. दुनिया में इस तरह के संकट के बहुत ही कम उदाहरण मिलते हैं. साथ ही कहा कि इस महामारी में वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गहरे घाव छोड़े हैं. इसकी वजह से उभरते और विकासशील देशों में सबसे ज्यादा समाज का गरीब और वंचित तबका सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है.