प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार को कहा कि सामान्य पृष्ठभूमि से होने और कोई परिवारवादी या जातिवादी राजनीतिक आधार न होने के बावजूद लोगों ने उन्हें पहले गुजरात में और फिर राष्ट्रीय स्तर पर सेवा करने का सौभाग्य दिया. PM यहां लड़कों के एक हॉस्टल की आधारशिला रखने के बाद वर्चुअल रूप से कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. मोदी ने कहा, ‘आप सभी के आशीर्वाद से मुझ जैसे अत्यंत सामान्य व्यक्ति को, जिसकी कोई पारिवारिक या राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं थी, जिसके पास जातिवादी राजनीतिक आधार नहीं था, ऐसे में आपने मुझे अपना आशीर्वाद देकर गुजरात की सेवा का मौका 2001 में दिया था.’
उन्होंने कहा, ‘आपके आशीर्वाद की ताकत इतनी बड़ी है कि आज 20 वर्ष से अधिक समय हो गया, फिर भी अखंड रूप से पहले गुजरात और आज पूरे देश की सेवा करने का सौभाग्य मिला है.’ प्रधानमंत्री ने लोगों से भारत के पहले गृह मंत्री और उप प्रधानमंत्री रहे सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा दिखाए रास्ते पर चलने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा, ‘सरदार पटेल ने कहा था कि हमें जातियों और धार्मिक विश्वास को अपने लिए बाधा नहीं बनने देना चाहिए. हम सभी भारत के बेटे और बेटियां हैं तथा हम सभी को अपने देश से प्रेम करना चाहिए. हमें एक-दूसरे से भी प्रेम करना चाहिए.’
इससे पहले पीएम ने कहा कि भारत इस समय अपनी आजादी के 75वें वर्ष में है. ये अमृतकाल हमें नए संकल्पों के साथ ही, उन व्यक्तित्वों को याद करने की भी प्रेरणा देता है, जिन्होंने जनचेतना जागृत करने में बड़ी भूमिका निभाई. आज की पीढ़ी को उनके बारे में जानना बहुत आवश्यक है.
पूरा विश्व भारत को लेकर आशा से भरा हुआ’
मोदी ने कहा, ‘जो लोग गुजरात के बारे में कम जानते हैं, उन्हें मैं आज वल्लभ विद्यानगर के बारे में भी बताना चाहता हूं. आप में से काफी लोगों को पता होगा, ये स्थान, करमसद-बाकरोल और आनंद के बीच में पड़ता है. इस स्थान को इसलिए विकसित किया गया था ताकि शिक्षा का प्रसार किया जा सके, गांव के विकास से जुड़े कामों में तेजी लाई जा सके.’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कोरोना के कठिन समय के बाद हमारी अर्थव्यवस्था ने जितनी तेजी से वापसी की है, उससे पूरा विश्व भारत को लेकर आशा से भरा हुआ है. अभी हाल ही में एक विश्व संस्था ने भी कहा है कि भारत फिर से दुनिया की सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है.’