झारखंड बीजेपी अनुसूचित जनजाति मोर्चा की बैठक रविवार को आयोजित हुई. इस बैठक में बीजेपी की राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति कार्यकारिणी की बैठक (BJP ST Executive Meeting) की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई. यह बैठक रांची में होने वाली है. इसमें अनुसूचित जनजाति के जीवन स्तर में कैसे सुधार लाया जाए और गांव के लोगों को किस तरह की योजना चाहिए, इसे लेकर मंथन किया जाएगा. ताकि इसके अनुसार केंद्र सरकार योजनाओं को बना सके. रांची में होने वाली इस बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) सहित सभी प्रदेशों के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष के साथ-साथ केंद्र सरकार के 8 मंत्री और 46 सांसद शामिल होंगे. बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी मोर्चा की बैठक 22 से 24 अक्टूबर तक चलेगी.
22 अक्टूबर को पार्टी के पदाधिकारियों की बैठक होगी. इस बैठक में एकलव्य विद्यायल के साथ वन धन जैसी तमाम योजनाओं की जानकारी दी जाएगी. वही इस बैठक की जानकारी देने के साथ साथ बीजेपी अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव ने कहा की राजनीतिक पार्टियों ने आदिवासियों को केवल वोटबैंक के लिए ही इस्तेमाल किया, जबकि बीजेपी इनके मर्म को समझते हुए इनके लिए कार्य करती है. इसी कारण फारेस्ट एक्ट के नियमों का सरलीकरण किया गया. इसके साथ ही पलायन पर केंद्र की योजनाओं को भी बताया और कार्यकारिणी की बैठक में इसे लेकर भी चर्चा की जाएगी.
बैठक में धर्मांतरण के मुद्दे पर भी चर्चा होगी. समीर उरांव ने कहा कि ये सिर्फ धर्मान्तरण नहीं बल्कि राष्ट्रांतरण की कोशिश है. वही सरना कोड को लेकर उन्होंने कहा कि सरना कोड को वर्तमान प्रदेश सरकार की दिमाग की उपज है और इसे राज्य सरकार आदिवासियों को भरमाने के लिए लाई है.