मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को प्रदेश के सभी जिलों के SP और IG की बैठक में कहा कि प्रदेश में हुक्का बार पूरी तरह प्रतिबंधित करें। प्रदेश में नशे के कारोबार को पनपने न दिया जाए। पुलिस अधीक्षक कड़ी कार्रवाई करें। दूसरे राज्यों से आ रहे नशीले पदार्थ छत्तीसगढ़ में घुसने ही न दें, गांजा की एक पत्ती भी दूसरे राज्य से छत्तीसगढ़ में नहीं घुसने देना चाहिए।
बैठक में मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि छोटी-छोटी घटनाओं को साम्प्रदायिक और अराजक तत्व बड़ा रूप देने की चेष्टा कर रहे हैं। सभी पुलिस अधीक्षक उन्हें पहचानें, अपना खुफिया सूचना तंत्र विकसित करें क्योंकि ऐसी घटनाओं का सीधा असर प्रदेश की शांति व्यवस्था और सरकार की छवि पर होता है। इसके लिए मुख्यमंत्री ने सभी SP से कहा है कि हर जिले में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग की स्पेशल टीम बनाएं जो सोशल मीडिया में अफ़वाह फैलाने वालों का चिह्नांकन कर कार्यवाही करे।
राजनीतिक लाभ लेने वालों को भी पुलिस रोकेगी
CM ने सभी जिलों के पुलिस अफसरों से कहा कि राजनीति लाभ लेने के चक्कर में कुछ अवसरवादी लोग भ्रामक खबरें फैलाते हैं। उनकी पहचान कर कार्रवाई करना जरूरी है। उन्होंने सभी अफसरों से ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने पर जोर दिया। दरअसल पिछले 3 अक्टूबर को कवर्धा हिंसक झड़प हुई थी। भाजपा के कुछ लोग इस घटना में आरोपी भी बनाए गए हैं। बिना इस घटना का जिक्र किए CM ने इशारों-इशारों में काफी कुछ कह दिया।
कलेक्टर के साथ 4-5 दौरे करें SP
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बैठक में कहा कि हमारी सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया है। विकास के लिए शांति जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टर और SP के बीच सही कोऑर्डिनेशन होना आवश्यक है । कलेक्टर-एसपी महीने में 4-5 बार साथ में दौरा करें। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना आपकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। जिला प्रशासन की उपस्थिति हर स्तर पर दिखनी चाहिए। इस बैठक में अफसरों ने जानकारी दी कि हत्या के प्रकरणों में 2011 की तुलना में आज की स्थिति में 32% कमी आई है हत्या के प्रयास में 2011 की तुलना में आज की स्थिति में 37% कमी आई है।