राजस्थान में रीट परीक्षा की तरह ही पटवारी भर्ती परीक्षा भी साफ-सुथरी नहीं रही. शनिवार और रविवार को हुुई पटवारी भर्ती परीक्षा में भी 10-10 लाख रुपये में डमी पेपर बेचने का मामला सामने आया है. राजधानी जयपुर की पुलिस ने पटवारी परीक्षा का डमी पेपर बेचने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि उसने 10-10 लाख रुपए में पटवारी परीक्षा का डमी पेपर बेचा. पकड़ा गया आरोपी डिफेंस एकेडमी संचालित करता है. बताया जा रहा है कि उसने पेपर की एवज में अभ्यर्थियों से 4 लाख रुपए बतौर एडवांस भी ले लिए थे. वहीं उदयपुर में पुलिस ने एक डमी अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया है. वहां पुलिस ने गोर्वधन विलास थाना इलाके में जालोर के दिनेश कुमार विश्नोई को गिरफ्तार किया गया है. वह जोधपुर के नैनाराम जाट की जगह परीक्षा में बैठा था.
जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शंकर दत्त शर्मा के अनुसार पकड़ा गया आरोपी प्रवीण गुर्जर (25) जयपुर के चंदवाजी का रहने वाला है. उसके खिलाफ 23 अक्टूबर को जयपुर ग्रामीण के विराटनगर के रूपेश गुर्जर ने मामला दर्ज कराया था. पुलिस ने जब इसकी पड़ताल की सामने आया कि प्रवीण गुर्जर ने पटवारी परीक्षा के डमी पेपर अभ्यर्थियों से 10-10 लाख रुपये में सौदा तय किया है. आरोपी प्रवीण गुर्जर पराक्रम डिफेंस एकेडमी के संचालित करता है.
एक भी प्रश्न नहीं आया
अब तक जांच में सामने आया है कि प्रवीण अभ्यर्थियों से पेपर के नाम पर 4-4 लाख रुपये बताये जा रहे हैं. इसके लिये उसके द्वारा 6 लाख रुपये के चेक लिये जाने की भी बात सामने आ रही है. उसने अभ्यर्थियों को जो ‘डमी पेपर’ दिया था, उसमें से एक भी प्रश्न परीक्षा के पेपर में नहीं आया. प्रवीण ने अभ्यर्थियों को बरगलाकर रुपये ऐंठ लिये.
दो दिन तक कई जिलों बंद रहा इंटरनेट
उल्लेखनीय है कि शनिवार और रविवार को चार चरणों में पटवारी भर्ती परीक्षा संपन्न हुई है. इस परीक्षा में जहां कई मुन्ना भाई पकड़े गये हैं वहीं कई नकल गिरोह को भी पुलिस ने धरदबोचा है. परीक्षा के कारण कई जिलों में दो दिन तक मोबाइल इंटरनेट बंद भी रखा गया था लेकिन फिर भी नकल करने और कराने वाली पूरी तरह से सक्रिय रहे.
रीट परीक्षा में सामने आई थी धांधली
गत माह हुई राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा में भी नकल और पेपर ली के कई मामले सामने आये थे। रीट परीक्षा में गड़बड़ी करने और कराने के मामलों को लेकर राज्य सरकार ने एक आरएएस, 2 आरपीएस और शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी समेत 20 शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया था.