छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में छात्र-छात्राओं की 100 प्रतिशत उपस्थिति के साथ स्कूलों (School) को खोलने के आदेश जल्द जारी हो सकते हैं. कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे के चलते अभी 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ स्कूल खुल रहे हैं. संभावना है कि 22 नवंबर की कैबिनेट की बैठक में इसे लेकर फैसला लिया जाएगा. इस बैठक के बाद कोरोना को लेकर नई गाइड लाइन भी जारी की जा सकती है. स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम (Prem Sai Singh Tekam) ने भी स्कूलों को पूरी क्षमता के साथ खोलने के संकेत दे दिए हैं. मंत्री टेकाम ने कहा कि यह फैसला लिया जा सकता है. हालांकि तैयारियों को लेकर उन्होंने दावा किया कि तैयारियां पूरी हैं.
छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने इस संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि विभाग स्कूलों को खोलने के लिए तैयार है, किंतु कैबिनेट की सहमति से तय हुआ था कि पालकों की सहमति और बच्चों की 100% उपस्थिति में स्कूल खोले जाएंगे. नगरीय क्षेत्रों के जो पार्षद हैं, उनकी सहमति होगी और ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायतों की व्यवस्था होगी उसके बाद स्कूलों को खोला जा सकता है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि चूंकि अभी कोरोना कम हुआ है तो ऐसी स्थिति में विचार कर सकते हैं कि पूरी क्षमता से स्कूलों का संचालन हो पर इसके लिए कैबिनेट में चर्चा होनी बहुत जरूरी है. कैबिनेट का जो फैसला होगा उसके हिसाब से स्कूलों का संचालन होगा.
कोविड की गाइडलाइन का पालन होगा
मंत्री टेकाम ने कहा कि इस दौरान कोविड-19 गाइड लाइन का भी पूरा पालन करना होगा. 22 नवंबर को होने वाली कैबिनेट की बैठक इस लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है. इसमें यह बड़ा फैसला लिया जा सकता है. हालांकि बच्चों को संक्रमण से बचाना एक बड़ी चुनौती हो सकती है. अभी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ स्कूल संचालित किए जा रहे हैं. ऐसे में स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन संभव हो पा रहा है. वहीं यदि सौ प्रतिशत क्षमता के साथ स्कूल खोले जाते हैं तो देखना होगा कि व्यवस्था कैसे बनी रहेगी. क्योंकि क्लास रूम तो वही रहेगा.