डिजिटल करेंसी के बढ़ने चलने और इसमें पारदर्शिता नही होने के चलते भारत सरकार समेत देश का शीर्ष बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) समय-समय पर अपनी चिंता जाहिर करते रहते हैं. इन तमाम अटकलों पर विराम लगाने के लिए सरकार डिजिट करेंसी को कानून के दायरे में लाने पर विचार कर रही है, साथ ही आरबीआई खुद की डिजिटल करेंसी (Digital Currency) शुरू करने पर तेजी से काम कर रहा है.
देश का शीर्ष बैंक भारतीय रिजर्व बैंक डिजिटल करेंसी (RBI Digital Currency) पायलट को जल्द ही लॉन्च करने जा रहा है. आरबीआई अधिकारियों की मानें तो यह पायलट अगल वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल तक लॉन्च हो जाएगा.
भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) के वार्षिक बैंकिंग और आर्थिक सम्मेलन में एक चर्चा के दौरान रिजर्व बैंक के शीर्ष अधिकारी ने हमारे सहयोगी CNBC-TV18 को बताया कि शीर्ष बैंक खुद की डिजिटल करेंसी को लेकर काम कर रहा है और इसका एक पायलट जल्द ही शुरू किया जाएगा.
आरबीआई के मुख्य महाप्रबंधक पी. वासुदेवन ने आरबीआई की डिजिटल करेंसी (Central bank digital currency-CBDC) के सवाल पर कहा, “मुझे लगता है कि कहीं न कहीं यह कहा गया था कि कम से कम अगले साल की पहली तिमाही तक एक पायलट लॉन्च किया जा सकता है.”
वासुदेवन ने कहा कि इस विषय पर गंभीरता से विचार और कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा, “हम सीबीडीसी से संबंधित विभिन्न बारीकियों को देख रहे हैं. यह कहना कोई आम बात नहीं है कि सीबीडीसी कल से एक आदत हो सकती है… हमें बहुत सतर्क रहना होगा, और देखना होगा कि क्या यह एक थोक खंड (wholesale segment) के रूप में होना चाहिए या फुटकर के रूम होना चाहरिए, और इसका उद्देश्य क्या होगा.”
पी. वासुदेवन ने कहा कि बैंकिंग प्रणाली एक स्तरीय मॉडल के रूप में मुद्रा वितरण के मामले में अग्रणी रही है. हमें यह देखना होगा कि क्या वही मॉडल सीबीडीसी के लिए भी स्वीकार किया जा सकता है.
आरबीआई के चीफ जनरल मैनेजर ने कहा कि आरबीआई इस बात की भी जांच कर रहा है कि क्या डिजिटल करेंसी में बिचौलियों को पूरी तरह से दरकिनार किया जा सकता है, और क्या यह तकनीक विकेंद्रीकृत (decentralised) होगी या अर्ध-केंद्रीकृत होगी.
उन्होंने कहा कि सीबीडीसी को जल्द ही लॉन्च करने के लिए काम जारी है, केंद्रीय बैंक अभी भी बेहतर प्रिंट पर विचार कर रहा है. उन्होंने कहा कि हम इस पर बुलिश हैं.
बता दें कि केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी- सीबीडीसी (CBDC) आरबीआई द्वारा जारी एक कानूनी टेंडर का डिजिटल रूप होगा. यह फिएट मुद्रा के समान है और फिएट मुद्रा के साथ आपस में बदलने विनिमय योग्य है. केवल उसका रूप भिन्न है.