मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने रविवार शाम सतना, छतरपुर और खंडवा कलेक्टरों के तबादले कर दिए. सतना कलेक्टर अजय कटेसरिया और छतरपुर कलेक्टर शीलेंद्र सिंह को हटाकर मंत्रालय में उप सचिव बनाया गया है. कटेसरिया की जगह अनुराग वर्मा सतना और सिंह की जगह संदीप जीआर को छतरपुर का नया कलेक्टर बनाया गया है. खंडवा कलेक्टर अनय द्विवेदी को हटाकर पूर्व क्षेत्र बिजली कंपनी का एमडी बनाया गया है. उनकी जगह अनूप सिंह को खंडवा का नया कलेक्टर बनाया गया है.
गौरतलब है कि सतना की रैगांव विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. इस हार को तबादले के पीछे की वजह माना जा रहा है. करीब ढाई साल से सतना कलेक्ट्री संभाल रहे अजय कटेसरिया को हटाकर मंत्रालय में पदस्थ किया गया है. उनकी जगह कमान अनुराग वर्मा को दी गई है. बीजेपी विधायक से पटरी ना बैठ पाने को लेकर छतरपुर कलेक्टर शीलेंद्र सिंह चर्चा में थे. सरकार ने छतरपुर कलेक्टर शीलेंद्र सिंह को हटाकर मंत्रालय में उप सचिव बना दिया.
छतरपुर के चंदला विधानसभा से बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति से उनका विवाद खुलकर सामने आया था. विधायक को मिलने का समय नहीं देने के कारण पूरा मामला सुर्खियों में आया था. बीजेपी विधायक ने कलेक्टर के घर धरना भी दिया था. बीजेपी विधायक ने पार्टी हाईकमान को कलेक्टर के रवैए की शिकायत की थी. छतरपुर के चंदला से बीजेपी विधायक की शिकायत कलेक्टर शीलेंद्र सिंह को हटाने की वजह मानी जा रही है.
विधायकों ने संगठन को बताया था दर्द
दरअसल इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश और प्रदेश प्रभारी पी मुरलीधर राव ने भी विधायकों के साथ वन टू वन चर्चा की थी. विधायकों से सवाल कॉमन थे. पंचायत से लेकर विधानसभा चुनाव तक को लेकर सवाल पूछे गए थे, लेकिन इस वन टू वन चर्चा में ज्यादातर विधायकों ने अपना दर्द बयां किया. विधायकों ने जिला अफसरों के द्वारा सुनवाई नहीं किए जाने को लेकर शिकायत की थी और सतना छतरपुर कलेक्टर को हटाए जाने के पीछे इसे भी एक बड़ी वजह माना जा रहा है.
योगेश चौधरी बने सीएम के ओएसडी
वहीं राज्य सरकार ने आईपीएस योगेश चौधरी को मुख्यमंत्री का ओएसडी नियुक्त किया है. योगेश चौधरी अभी एडीजी इंटेलीजेंस का जिम्मा संभाल रहे थे. इससे पहले मुख्यमंत्री के ओएसडी मकरन्द देउसकर को भोपाल कमिश्नर बनाया गया है. मकरंद देउसकर की जगह अब योगेश चौधरी सीएम के ओएसडी बने हैं.