अंतरिक्ष में पृथ्वी पर एक नया खतरा मंडरा रहा है. अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने जानरकारी दी है कि नए साल पर एक गगनचुंबी इमारत के आकार का एस्टेरॉयड पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करेगा. एजेंसी ने इस एस्टेरॉयड को ‘संभावित रूप से खतरनाक’ बताया है. खबर है कि इससे पहले भी आने वाले हफ्तों में पृथ्वी के नजदीक से तीन और एस्टेरॉयड गुजरेंगे. वैज्ञानिकों ने लगातार अंतरिक्ष में हो रही गतिविधियों पर नजर बना रखी है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नासा ने इस एस्टेरॉयड का नाम 2013 YD48 रखा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह 11 जनवरी को पृथ्वी के 3.48 मिलियन मील के दायरे में आएगा. बताया जा रहा है कि करीब 104 मीटर चौड़ा है. खास बात है कि सामान्य रूप से यह दूरी काफी ज्यादा लगती हैं, लेकिन अंतरिक्ष के मामले में काफी कम है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पृथ्वी के 120 मिलियन मील के दायरे से गुजरने वाली हर चीज को नासा नीयर अर्थ ऑब्जेक्ट यानि NEO मानता है.
अंतरिक्ष में एस्टेरॉयड काफी लंबी दूरी तय करते हैं. ऐसे में इनके रास्ते में थोड़ा बदलाव भी पृथ्वी के लिए परेशान करने वाला हो सकता है. हर रोज वैज्ञानिक स्पेस में हजारों पत्थर या एस्टेरॉयड की निगरानी करते हैं. वे जानकारी जुटाते हैं कि कोई भी वस्तु पृथ्वी के लिए घातक है या नहीं. हालांकि, पृथ्वी के पास से एस्टेरॉयड का गुजरना दुर्लभ घटना नहीं है. खबर है कि 2013 YD48 का आकार बिग बेन के लगभग है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, 2013 YD48 के पहले भी तीन एस्टेरॉयड पृथ्वी के नजदीक से गुजर सकते हैं. इस रविवार यानि 2 जनवरी को 12 मीटर चौड़ा 2021YK पृथ्वी के 1 लाख 18 हजार किमी के दायरे में आएगा. 6 जनवरी को 7 मीटर चौड़ा 2014 YE15 पृथ्वी के नजदीक से गुजरेगा. अंत में 7 जनवरी को 4 मीटर की चौड़ाई वाला 2020 AP1 1.08 मिलियन मील की दूरी से गुजरेगा.