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टोंगा में समुद्र के नीचे फटा ज्वालामुखी, अमेरिका, जापान में सुनामी का खतरा मंडराया

ऑस्ट्रेलियाई महाद्वीप में स्थित टोंगा आइलैंड (Tongo Island) में समुद्र के नीचे इतना भयंकर ज्वालामुखी विस्फोट (Volcano Eruption Inside Sea) हुआ है कि इसकी आवाज 10 हजार किलोमीटर दूर अलास्का में सुनाई देने लगी. इस ज्वालामुखी विस्फोट के बाद प्रशांत महासागर के तटीय इलाकों (Pacific coastlines) में जापान से लेकर अमेरिका तक सुनामी का खतरा मंडराने लगा है. सैटेलाइट इमेज में टोंगा-हंगा हापाई में ज्वालामुखी (Hunga Tonga-Hunga Ha’apai volcano spew) के कारण आसमान में धुएं और राख के गुबार उठने लगे हैं. अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे ने शनिवार को किए रिकॉर्ड के आधार पर बताया कि ज्वालामुखी 5.8 भूकंप की तीव्रता जितनी शक्तिशाली थी, जो शून्य गहराई पर दर्ज किया गया था. ज्वालामुखी की वजह से प्रशांत महासागर में तटीय क्षेत्रों में चार फीट से ऊंची लहरें उठ कर तटों से टकरा रही हैं. विशाल लहरों को देखते हुए सुनामी की चेतावनी जारी की गई है.

20 किलोमीटर तक राख का गुबार
सैटेलाइट इमेज में दिखाया गया है कि टोंगा-हंगा हापाई में समुद्र के नीचे जब ज्वालामुखी का विस्फोट हुआ तो भारी गर्जना हुई. विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इसकी राख का गुबार 20 किलोमीटर दूर से भी नजर आया. टोंगा के आसमान में राख और पत्थरों के छोटे-छोटे टुकड़ें हवा की तरह उड़ने लगे. प्रशांत महासागर में (Pacific Ocean) में भारी हलचल मची हुई है. भू-वैज्ञानिकों के मुताबिक इस ज्वालामुखी विस्फोट की वजह से एक सुनामी की शुरुआत हुई है जिसकी वजह से जापान से लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रशांत तटीय इसलाकों में पानी भर गया है. टोंगा की राजधानी नुकुआलोफ़ा में तटों पर 1.2 मीटर (चार फुट) ऊंची लहरें सबकुछ बहाकर ले गईं. स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके घरों में बाढ़ आ गई और आकाश से गिरे छोटे पत्थरों और राख से घरों को नुकासन पहुंचा है. स्थानीय लोग अपने-अपने घरों को छोड़कर ऊंची जगह पर भागकर चले गए हैं.

एक और विस्फोट की आशंका
ओटागो यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ जियोलॉजी के प्रोफेसर और न्यूजीलैंड के वैज्ञानिक मार्को ब्रेनना ने इस ज्वालामुखी विस्फोट के प्रभाव को हालांकि अपेक्षाकृत हल्का बताया है लेकिन कहा कि एक और विस्फोट से इंकार नहीं किया जा सकता है, जिसका प्रभाव बहुत भयानक हो सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक जापान के प्रशांत तट पर 1.2 मीटर ऊंची लहरे उठ रही हैं. न्यूजीलैंड से टोंगा 2300 किलोमीटर दूर है. लेकिन न्यूजीलैंड उत्तरी तट से अपने 120 नागरिकों को निकाल लिया है. न्यूजीलैंड के कई नावों को नुकसान पहुंचा है. ऑस्ट्रेलिया के बोंदी बीच को कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया था जबकि कैलिफोर्निया के सांता क्रूज के ट्रैफिक को भी बंद कर दिया गया है.

टोंगा में अक्सर विस्फोट की घटना
टोंगा के टोंगा-हंगा हापाई में अक्सर ज्वालामुखी विस्फोट का इतिहास रहा है. यहां अक्सर ज्वालामुखी विस्फोट की घटना होती रहती है. यह राजधानी Nuku’alofa से 65 किलोमीटर दूर है. 2009 के विस्फोट के दौरान यहां के समुद्री तट से पानी बाहर आने लगा था. 2015 में भी ज्वालामुखी विस्फोट के कारण बड़ी-बड़ी चट्टानें और राख हवा में तैरने लगी थी.

जनसम्पर्क विभाग – आरएसएस फीड

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