उत्तर कोरिया (North Korea) ने मंगलवार को अपने पूर्वी तट से समुद्र में दो क्रूज मिसाइलें दागीं, इस महीने बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षणों में ये उत्तर कोरिया को पांचवा परीक्षण था. योनहाप न्यूज ने सैन्य सूत्रों के हवाले से बताया कि यह मिसाइल (Cruise Missiles Launching)1500 किमी की दूरी तक वार कर सकती है. इस रेंज में उत्तर कोरिया जापान के अधिकतर हिस्से पर निशाना लगा सकता है.
कोरियन सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी ने बताया की यह क्रूज मिसाइल दो साल से तैयार हो रही थी. अमेरिकी विशेषज्ञों का मानना है कि इस मिसाइल में न्यूक्लियर क्षमता वाला सिस्टम होने की आशंका है.
दक्षिण कोरिया की सेना इन क्रूज मिसाइलों की प्रकृति का निर्धारण करने के लिए इसका आकलन कर रही है. हालांकि, दक्षिण कोरिया के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के ऑफिस ने तुरंत रिपोर्ट की पुष्टि नहीं की. बता दें कि प्योंगयांग पर लगाए गए संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों के तहत उत्तर द्वारा क्रूज मिसाइलों की लॉन्चिंग का प्रतिबंध नहीं है.
उत्तर कोरिया ने कहा कि यह मिसाइल अहम रणनीतिक हथियार है, जो देश की सैन्य ताकत में बढ़ावा करने के किम जोंग उन के विजन के मुताबिक है. इससे पहले मार्च में कोरिया ने कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की थी. जो बाइडन के प्रेसिडेंट बनने के बाद जनवरी में भी नॉर्थ कोरिया ने एक क्रूज मिसाइल को लॉन्च किया था.
अमेरिका को जापान और दक्षिण कोरिया की रक्षा की चिंता है
जापान के चीफ कैबिनेट सेक्रेटरी कात्सुनोबू कातो ने कहा की हम दक्षिण कोरिया की मिसाइल लॉन्च को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हम US और दक्षिण कोरिया के साथ मिलकर इस पर निगरानी रखेंगे. यूएस इंडो पैसिफिक कमांड ने बताया की इस टेस्ट से यह पता चल रहा है कि दक्षिण कोरिया अपने सैन्य कार्यकर्म को डेवेलप करने पर ध्यान दे रहा है. इसके साथ ही वह अपने पड़ोसी देशों और इंटरनेशनल कम्युनिटी पर भी खतरा बढ़ा रहा है.