कृषि और ग्रामीण श्रमिकों के लिए खुदरा मुद्रास्फीति (Retail Inflation) मार्च में बढ़कर क्रमश: 6.09 फीसदी और 6.33 फीसदी पर पहुंच गई. कुछ खाद्य पदार्थों और कपड़ों के दाम बढ़ने से इसमें इजाफा हुआ है.
श्रम ब्यूरो ने बुधवार को बयान में कहा, ‘‘उपभोक्ता मूल्य सूचकांक-कृषि श्रमिक (CPI-AL) और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक ग्रामीण श्रमिक (CPI-RL) मार्च, 2022 में क्रमश: 6.09 फीसदी और 6.33 फीसदी रहा. फरवरी, 2022 में यह क्रमश: 5.59 फीसदी और 5.94 फीसदी पर था. वहीं एक साल पहले समान अवधि में यह क्रमश: 2.78 फीसदी और 2.96 फीसदी था.’’
बयान में कहा गया है कि मार्च, 2022 में खाद्य मुद्रास्फीति क्रमश: 4.91 फीसदी और 4.88 फीसदी रही, जो फरवरी, 2022 में क्रमश: 4.48 फीसदी और 4.45फीसदी तथा एक साल पहले समान महीने में क्रमश: 1.66 फीसदी और 1.86 फीसदी रही थी.
मार्च, 2022 में कृषि और ग्रामीण श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक तीन-तीन अंक बढ़कर क्रमश: 1,098 और 1,109 अंक हो गया. फरवरी, 2022 में सीपीआई-एएल और सीपीआई-आरएल क्रमश: 1,095 अंक और 1,106 अंक था.
मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 6.95 फीसदी पर
खाद्य वस्तुओं के दाम चढ़ने से मार्च में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर 6.95 फीसदी पर पहुंच गई. फरवरी में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 6.07 फीसदी के स्तर पर थी. मार्च में खाद्य वस्तुओं के दाम 7.68 फीसदी बढ़े। इससे पिछले महीने खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति 5.85 फीसदी थी. यह लगातार तीसरा महीना है जबकि खुदरा मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर से ऊपर बनी हुई है.