रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में यूक्रेन की जनता विस्थापित हो रही है. संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि यूक्रेन से 6 लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं और इनमें सबसे ज्यादा महिलाओं और बच्चे हैं. संयुक्त राष्ट्र की रेफ्यूजी एजेंसी के मुताबिक 24 फरवरी को रूस के युद्ध की शुरूआत करने के बाद से 6 लाख लोग देश छोड़कर जा चुके हैं और इसमें 90 फीसदी महिलाएं और बच्चे हैं. 11 मई तक के आंकड़े जारी करते हुए एजेंसी ने दावा किया है कि कुल 6 लाख 29 हजार से ज्यादा लोग देश छोड़कर जा चुके हैं. ऐजेंसी की अगर मानें तो ये लोग पड़ोसी देशों के साथ साथ पोलेंड में भी शरण ले रहे हैं.
आखिर महिलाएं और बच्चे ही क्यों छोड़ रहे हैं देश
यूक्रेन से 90 फीसदी महिलाएं और बच्चे देश छोड़ रहे हैं इसके पीछे का मुख्य ये है कि देश में एक नियम है कि 18 से 60 तक के पुरुष सेना में अपनी सेवाएं देते हैं. इस समय देश को सेना की जरूरत है तो पुरुषों की पर्सेंटेज कम है. इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन के एक अध्ययन के अनुसार सामने आया है कि 8 लाख लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं.
संयुक्त राष्ट्र रेफ्यूजी एजेंसी ने जारी किए आंकड़े
तो वहीं एक रिपोर्ट में ये भी सामने आया है कि युद्ध की शुरूआत होने के बाद दैनिक शरणार्थियों के प्रवाह में कमी आई है. मार्च में लगभग 3.4 लाख यूक्रेन के लोगों ने देश छोड़ा है जबकि अप्रैल में 1.5 लाख लोग देश छोड़कर गए हैं. वहीं अगर मई की बात करें तो 4 लाख 93 हजार लोग यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं.