भारत का कपड़ा और परिधान निर्यात वित्त वर्ष 2021-22 में 44.4 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो अब तक किसी भी वित्त वर्ष में सबसे अधिक है. सरकार ने मंगलवार को यह जानकारी दी. सरकार ने बताया कि निर्यात की सूची में हस्तशिल्प भी शामिल है तथा वित्त वर्ष 2021-22 में किया गया निर्यात 2020-21 और 2019-20 की तुलना में क्रमशः 41 प्रतिशत और 26 प्रतिशत अधिक है.
कपड़ा मंत्रालय के अनुसार भारत से अमेरिका को सबसे अधिक 27 प्रतिशत का कपड़ा और परिधान निर्यात किया गया. इसके बाद 18 प्रतिशत के साथ यूरोपीय संघ, बांग्लादेश (12 प्रतिशत) और संयुक्त अरब अमीरात (छह प्रतिशत) का स्थान रहा.
सूती वस्त्रों का निर्यात सबसे ज्यादा
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘उत्पाद श्रेणियों के संदर्भ में सूती वस्त्रों का निर्यात 17.2 अरब डॉलर का था. इसकी कुल निर्यात में 39 प्रतिशत हिस्सेदारी रही. वित्त वर्ष 2020-21 और 2019-20 के मुकाबले बीते वित्त वर्ष में इसमें क्रमशः 54 प्रतिशत और 67 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.’’
तैयार कपड़ों के निर्यात की 36 प्रतिशत हिस्सेदारी
इसके अलावा तैयार कपड़ों का निर्यात 36 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ 16 अरब डॉलर का रहा, जो वित्त वर्ष 2020-21 और 2019-20 की तुलना में 2021-22 के दौरान क्रमश: 31 प्रतिशत और तीन प्रतिशत अधिक है. मंत्रालय के अनुसार मानव निर्मित कपड़ा और परिधान का कुल निर्यात 6.3 अरब डॉलर के साथ 14 प्रतिशत तथा हस्तशिल्प की 2.1 अरब डॉलर के साथ पांच प्रतिशत हिस्सेदारी रही.
मई में भी बढ़ा निर्यात
कपड़े के साथ-साथ देश के पूरे निर्यात में तेजी देखने को मिली है. अप्रैल में निर्यात में 30 फीसदी की तेजी देखने के बाद अब मई में भी निर्यात ने रफ्तार बरकरार रखी हुई है. विभिन्न क्षेत्रों में अच्छी वृद्धि होने के कारण 1-21 मई के दौरान देश का निर्यात 21.1 प्रतिशत बढ़कर 23.7 अरब डॉलर हो गया था. फाइनल आंकड़े आने बाकी हैं.
इस दौरान पेट्रोलियम उत्पाद, इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे खंड में खासतौर से अच्छी वृद्धि देखी गई. चालू महीने के दूसरे सप्ताह (15-21 मई) के दौरान निर्यात लगभग 24 प्रतिशत बढ़कर 8.03 अरब डॉलर रहा.