गुजरात के मोरबी में केबल ब्रिज गिरने से करीब 400 लोग नदी में गिर गए. इस घटना में कम से कम 132 लोगों की मौत हो गई, जिसमे अधिकतर मासूम बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग हैं. 177 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बचाया जा चुका है. 80 से ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मोरबी पुल का ढहना देश में पिछले कुछ वर्षों की सबसे घातक हादसों में से एक था. 100 साल पुराने ब्रिज की 5 दिन पहले ही मरम्मत हुई थी. दुनिया में पिछले दो दशकों में ऐसे ही पुल के ढहने से कई लोग अपनी जान गंवा बैठे है. आइये जानते हैं दुनिया के उन पुल हादसों के बारे में, जिनमें कइयों की जान गई.
2022: गुजरात में कम से कम 132 की मौत
जब पूरा देश महापर्व छठ मनाने में जुटा था तभी एक ऐसी खबर आई जिसने देश के माहौल को मातम में बदल दिया. गुजरात के मोरबी में 100 साल पुराना सस्पेंशन ब्रिज गिरने से कम से कम 132 लोगों की मौत हो गई. यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है. अधिकारियों ने बताया कि पुल के रास्ते पर करीब 500 लोग एक बड़े धार्मिक उत्सव की रस्में अदा कर रहे थे. अचानक पुल झूलने लगा और मौजूद लोग नदी में गिर गए. बचावकर्मियों ने अपना रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
2021: मेक्सिको सिटी में 26 लोगों की मौत
मेक्सिको की राजधानी में पुल टूटने से मेट्रो ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. जिसमें 26 लोग मारे गए और 70 के करीब लोग जख्मी हुए थे. ब्रिज टूटने से उसके ऊपर से जा रही मेट्रो हवा में लटक गई थी.
2016: कोलकाता में 26 लोगों की मौत
कोलकाता में एक व्यस्त सड़क पर फ्लाईओवर गिरने से कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई. बचावकर्मियों ने कंक्रीट के विशाल स्लैब और धातु के नीचे से लगभग 100 घायल लोगों को बाहर निकाला था.
2011: दार्जिलिंग में कम से कम 32 की मौत
अक्टूबर 2011 में, दार्जिलिंग के पहाड़ी शहर से लगभग 30 किलोमीटर दूर त्योहारों की भीड़ से भरा एक पुल गिरने से कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई थी.
2011: अरुणाचल प्रदेश में कम से कम 30 मारे गए
दार्जिलिंग में पुल गिरने के एक हफ्ते से भी कम समय में अरुणाचल प्रदेश में एक नदी पर बने फुटब्रिज के गिरने से करीब 30 लोगों की मौत हो गई थी.
2007: नेपाल और चीन
अगस्त 2007 में, चीन में कम से कम 64 पुल निर्माण करने वाले श्रमिकों की मौत हो गई थी, जब मध्य हुनान प्रांत में एक पुल नदी में गिर गई थी. दिसंबर 2007 में, देश के पश्चिम में धार्मिक तीर्थयात्रियों से भरे पुल के गिरने से नेपाल में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और 25 लापता हो गए. कहा जाता है कि दुर्घटना के समय राजधानी काठमांडू से 380 किलोमीटर पश्चिम में भेरी नदी के ऊपर एक खाई में बने पुल पर लगभग 400 लोग सवार थे. 100 से अधिक लोग सुरक्षित तैरने में सफल रहे.