मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और श्रीमती प्रियंका गांधी महिला समृद्धि सम्मेलन में लगे विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए गोधन न्याय योजना आरंभ की गई। इसके हितग्राहियों से श्रीमती प्रियंका गांधी ने संवाद किया।
उन्होंने महिलाओं द्वारा की जा रही आर्थिक गतिविधियों की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने रीपा में चल रही गतिविधियों की भी जानकारी ली।
उल्लेखनीय है कि रीपा के माध्यम से उद्यम के नये अवसरों को बढ़ावा मिला है और ग्रामीण क्षेत्रों में पूरी अधोसंरचना के साथ उद्योग की गतिविधियां बढ़ रही हैं।
श्रीमती प्रियंका गांधी को अपने पास पाकर महिलाएं खुश और उत्साहित दिख रही हैं। स्व-सहायता समूह की महिलाओं को श्रीमती गांधी ने प्रतीक चिन्ह भेंट किया।
इस अवसर पर उत्साही महिलाएं श्रीमती गांधी के साथ सेल्फी ले रही हैं।
महिला समृद्धि सम्मेलन में अभूतपूर्व उत्साह का वातावरण बन गया है।
महिलाएं अपना काम श्रीमती गांधी को दिखा रही हैं।
वे स्टाल्स का अवलोकन कर रही हैं और एक जगह उन्होंने अमारी फूल के रस के बारे में जानकारी ली।
महिलाओं ने उन्हें संक्षेप में बताया कि इसका वे किस तरह उपयोग करती हैं।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं श्रीमती प्रियंका गांधी ने महिला सम्मेलन में संगवारी हाट का भी अवलोकन किया।
इस अवसर पर उन्होंने समूह की महिलाओं से तैयार किए गए उत्पादों की जानकारी ली।
उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दंतेवाड़ा के डेनेक्स द्वारा उत्पादित गारमेंट्स की भी जानकारी ली।
श्रीमती गांधी बीपीओ में कार्यरत महिलाओं से बात कर रही हैं। 10 करोड़ रुपए की लागत से खुर्सीपार में बीपीओ तैयार किया गया है।
बीपीओ से बड़ी संख्या में महिलाओं को रोजगार मिला है। बीपीओ की महिलाओं से श्रीमती गांधी उनके कार्य की प्रकृति के बारे में पूछ रही हैं।
उल्लेखनीय है कि युवाओं के लिए अपने शहर में ही रहकर देश-दुनिया के अवसरों से जोड़ने बीपीओ की पहल की गई है। इससे युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं।
खासकर महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह बड़ी पहल है।
श्रीमती प्रियंका गांधी ने मिलेट्स कैफे की जानकारी समूह की महिलाओं से ली।
इस अवसर पर समूह की महिलाओं ने बताया कि मिलेट कैफे में तैयार होने वाले तरह-तरह के मिलेट्स निर्मित व्यंजनों की जानकारी दी।
उन्होंने श्रीमती गांधी को बताया कि मिलेट कैफे में कोदो, कुटकी, रागी जैसे वनोपजों से पारंपरिक व्यंजनों के साथ ही तरह तरह के व्यंजन परोसे जाते हैं।
श्रीमती गांधी ने की सी-मार्ट के पहल की प्रशंसा
सीमार्ट शासन द्वारा की गई महत्वपूर्ण पहल है। इसके माध्यम से स्वसहायता समूहों द्वारा उत्पादित की गई वस्तुओं के लिए जगह उपलब्ध हो पाती है।
भिलाई के सीमार्ट में प्रदेश भर की सामग्री है। श्रीमती गांधी को सीमार्ट से जुड़ी महिलाओं ने बताया कि छत्तीसगढ़ के यूनिक उत्पाद यहां मिलते हैं।
दंतेवाड़ा के जैविक चावल से लेकर जशपुर की चाय तक सब कुछ छत्तीसगढ़ का स्पेशल यहां उपलब्ध है।
श्रीमती गांधी ने इस पर खुशी जाहिर की और कहा कि स्थानीय उत्पादों की इस तरह से मार्केंटिंग कर इन्हें बाजार में अच्छी जगह दिलाने की पहल से निश्चित रूप से ही आर्थिक समृद्धि महिलाओं तक पहुँच रही है।
महिलाओं ने दी सुपोषण अभियान के सम्बंध में जानकारी
श्रीमती प्रियंका गांधी को स्टॉल अवलोकन के बीच समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, समृद्धि योजना, पोषण बाड़ी आदि अन्य योजनाओं की जानकारी विस्तार से दी।
महिलाओं ने श्रीमती गांधी को कुपोषण दूर करने के उपाय के संबंध में सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि सरकार लगातार छत्तीसगढ़ को कुपोषण मुक्त बनाने की दिशा में कार्य कर रही है, जमीनी स्तर पर योजनाओं के प्रभावी संचालन से कुपोषण दूर हो रहा है।