जाति जनगणना की गारंटी के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नया चुनावी वादा
हैदराबाद। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तेलंगाना में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पार्टी के ‘जितनी आबादी उतना हक’ नारे का जिक्र करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई, तो यह पता लगाने के लिए एक वित्तीय और संस्थागत सर्वेक्षण कराएगी कि देश की अधिकतर संपत्ति पर किसका नियंत्रण है। कांग्रेस का घोषणापत्र जारी करने के बाद हैदराबाद में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अगर पार्टी सत्ता में आई तो राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना के अलावा वेल्थ सर्वे (संपत्ति के बंटवारे का सर्वेक्षण) कराया जाएगा, यह हमारा वादा है। उन्होंने कहा कि हम पहले यह निर्धारित करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना करेंगे कि कितने लोग अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अल्पसंख्यक समुदाय से हैं।
उसके बाद धन के समान वितरण को सुनिश्चित करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम के तहत हम एक वित्तीय और संस्थागत सर्वेक्षण कराएंगे। यह रेखांकित करते हुए कि पार्टी सभी क्षेत्रों में सभी समुदायों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करेगी, राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस यह सुनिश्चित करेगी कि वह लोगों को उनका उचित हिस्सेदारी दिलाए। एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों की संख्या देश की कुल आबादी का 90 फीसदी है, लेकिन आप उन्हें नौकरियों में नहीं देखेंगे। सच्चाई यह है कि इस 90 फीसदी आबादी के पास कोई हिस्सेदारी नहीं है। 90 आईएएस अधिकारी हैं, जो देश का प्रशासन चलाते हैं, लेकिन उनमें से केवल तीन ओबीसी, एक आदिवासी और तीन दलित हैं। कांग्रेस पार्टी देश की संपत्तियों, नौकरियों और अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं को समुदायों की जनसंख्या के हिसाब से वितरित करने का कार्य करेगी।