रायपुर । लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद अब राजनीति की धार और तेज हो गई है। जमकर आरोप लग रहे हैं। पूर्व कांग्रेस नेता आलोक पांडेय ने प्रियंका गांधी के राजनांदगांव दौरे के दौरान उनसे कई सवाल पूछे हैं। उन्होंने प्रियंका गांधी को खत लिखकर कई सवाल दागे हैं और उसके जवाब मांगे हैं।
आलोक पांडेय ने खत में लिखा है कि छत्तीसगढ़ की पावन धरा में आपका स्वागत है पूर्व प्रदेश अध्यक्ष असंगठित कांग्रेस एवं सचिव छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी होने के नाते में आपसे कुछ प्रश्न करना चाहता हूं। अपेक्षा है कि आप इसका जवाब जरूर देंगी।
छत्तीसगढ़ समाज कल्याण विभाग में सदस्य के रूप मे कल्पना प्रशांत सिंह की नियुक्ति आपकी अनुशंसा पर तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से की गई थी, वह महिला उत्तर प्रदेश की निवासी है। इनके एवं इनके पति के उपर वहां कई गंभीर आपाराधिक मामले दर्ज है। इसके बाद भी आपने इस महिला की अनुशंसा क्यो की ?
2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समाज कल्याण विभाग में गैर शासकीय नियुक्ति पर पूरे देश में प्रतिबंध लगा दिया था भूपेश बघेल ने इस विभाग में अध्यक्ष के रूप करूणा शुक्ला की नियुक्ति की थी। इस बात की जानकारी होने के कारण स्व. करूणा शुक्ला ने इस पद को कभी ग्रहण ही नहीं किया। कल्पना प्रशांत के नियुक्ति के बाद इस विभाग मे भारी भ्रष्टाचार किए इस महिला के भ्रष्टाचार को भूपेश बघेल ने आपके संरक्षण के कारण कभी उजागर नहीं होने दिया। उन्हें 3 बंगले क्रमशः जगदलपुर दन्तेवाड़ा एवं रायपुर मे दिए गए राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया और सारी सुविधाए उपलब्ध कराई गई। जब इस विभाग मे यह पद ही नहीं था तो इन्हे वेतन किस मद से दिया गया और उनको प्रदान की जाने वाली सुविधा का भुगतान किस मद से किया गया?
मैं उस वक्त असंगठित कामगार कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष के पद पर कार्यरत होते हुए आपने साथ कांग्रेस पार्टी के संघर्षशील साथी जिन्होंने ने मेरे साथ कांग्रेस के आंदोलनों में भाग लिया। जेल में रहे उन लोगों के लिये मैंने निगम मंडल में अनुशंसा की थी, जिसे बघेल ने अनदेखा किया। करोना के समय वे साथी उनके परिवारजनों पर जब आफत आई तब मैंने बघेल की अनदेखी के बाद तत्कालीन कांग्रेस के अध्यक्ष राहूल गांधी एवं आपको भी अवगत कराया।
हमारे साथियों को इस विषयसे किसी भी प्रकार की मदद प्रदान नही की गई। उत्तर प्रदेश मे जब कोई घटना होती थी तो भूपेश बघेल आपके कहने पर वहां के लोगों की मदद करते थे, तो क्या वे छत्तीसगढ़ की कार्यकर्ताओं की मदद नहीं कर सकते थे ?
आज आप राजनांदगावं की जनता से इस भूपेश बघेल के लिए समर्थन मांगने आई है, जहां हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने श्रमिकों के साथ मिलकर आंदोलन किया, जिसका नेतृत्व स्वयं मैने किया था और कुछ आंदोलनों में भूपेश बघेल, पीएल पुनिया समेत कांग्रेस के समस्त वरिष्ठ नेता शामिल होते रहे, उस राजनांदगांव के मजदूर साथियों को भी कोई सहायता नहीं दी गई। मेरा यह मानना है कि क्या छत्तीसगढ़ और राजनांदगांव के मजदूरों कर्मचारी साथियों में इतनी क्षमता नहीं है। कि उन्हें किसी प्रकार के निगम मंडल के लायक आपने नहीं समझा।
राहुल गांधी पूरे देश में न्याय यात्रा निकाल रहे थे, जिसमें आप भी शामिल रहीं। आज इस मंच के माध्यम से जवाब दें कि छत्तीसगढ़ के श्रमिकों, कर्मचारियों, महिलाओं के साथ आपने यह अन्याय क्यों किया?