नासा ने ध्रुवीय क्षेत्रों के ताप उत्सर्जन का अध्ययन करने के लिए नया मिशन शुरू करने की योजना बनाई
फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने मिशिगन विश्वविद्यालय के अधिकारी के घर के बाहर किया प्रदर्शन
नेपाल में गृहमंत्री लामिछाने के खिलाफ विपक्ष का सड़क से संसद तक विरोध
लॉस एंजिल्स
अमेरिका में नासा ने पृथ्वी के ध्रुवीय क्षेत्रों से गर्मी के नुकसान का अध्ययन करने और बदलती जलवायु पर जानकारी प्रदान करने के लिए इस महीने एक नया मिशन शुरू करने की योजना बनाई है। नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (जेपीएल) ने बुधवार को यह जानकारी दी।
मिशन का नाम पोलर रेडिएंट एनर्जी इन द फार-इन्फ्रारेड एक्सपेरिमेंट (पीआरईएफआईआरई) है। यह पृथ्वी पर दो सबसे दूरस्थ क्षेत्रों का आर्कटिक और अंटार्कटिक का अध्ययन करेगा।
जेपीएल ने बताया कि पीआरईएफआईआरई के प्रत्येक क्यूब उपग्रह या क्यूबसैट पृथ्वी की सतह और वायुमंडल द्वारा अंतरिक्ष में उत्सर्जित दूर-अवरक्त ऊर्जा के रूप में गर्मी को मापने के लिए एक थर्मल इंफ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर का उपयोग करेंगे।
जेपीएल के अनुसार मिशन का डेटा ध्रुवों पर ग्रीनहाउस प्रभाव के बारे में हमारी समझ को बेहतर बनाने में विशेष रूप से जल वाष्प, बादलों और पृथ्वी के वायुमंडल के अन्य तत्वों की गर्मी को फंसाने और इसे अंतरिक्ष में विकीर्ण होने से रोकने की क्षमता में मदद करेगा।
शोधकर्ता इस जानकारी का उपयोग जलवायु और बर्फ मॉडल को अद्यतन करने के लिए करेंगे जिससे इस बात का बेहतर अनुमान लगाया जा सकेगा कि गर्म होती दुनिया में समुद्र के स्तर, मौसम और बर्फ के आवरण में कैसे बदलाव होने की संभावना है।
फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने मिशिगन विश्वविद्यालय के अधिकारी के घर के बाहर किया प्रदर्शन
मिशिगन
मास्क पहने फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने मिशिगन विश्वविद्यालय की एक अधिकारी के घर के बाहर तंबू गाड़कर और नकली शव रखकर प्रदर्शन किया, जिससे विश्वविद्यालय में तनाव बढ़ गया है।
विश्वविद्यालय के संचालक मंडल की अध्यक्ष सारा हब्बार्ड ने कहा कि ओकेमोस में उनके घर के बाहर सुबह छह बजे हुए प्रदर्शन में 30 लोग शामिल थे।
हब्बार्ड ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया, “वे मेरे घर पहुंचे और मेरे सामने के दरवाजे पर एक पत्र चिपका दिया और तंबू लगाने के लिए आगे बढ़े। उन्होंने (प्रदर्शनकारियों) कई अन्य चीजें सामने वाले प्रांगण में छोड़ दीं।”
हब्बार्ड ने कहा मेरिडियन टाउनशिप पुलिस वहां पहुंची जिससे प्रदर्शनकारी 30 से 45 मिनट बाद वहां से चले गए।
एन आर्बर परिसर में प्रदर्शनकारियों ने एक प्रमुख सार्वजनिक स्थान डायग पर अपना डेरा जमा रखा है।
प्रदर्शनकारियों का यह समूह मांग कर रहा है कि विश्वविद्यालय के धन को इज़राइल से जुड़ी कंपनियों में निवेश करना बंद किया जाए लेकिन विश्वविद्यालय का कहना है कि उसने कोई प्रत्यक्ष निवेश नहीं किया है, महज डेढ़ करोड़ अमरीकी डॉलर से भी कम धनराशि ऐसी है जो इज़राइल की कंपनियों में लगी हो सकती है।
नेपाल में गृहमंत्री लामिछाने के खिलाफ विपक्ष का सड़क से संसद तक विरोध
काठमांडू,
नेपाल के उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री रवि लामिछाने के खिलाफ विपक्ष ने कांग्रेस संसद के दोनों सदनों से लेकर सड़क तक मोर्चा खोल दिया है। विपक्ष संयुक्त संसदीय जांच समिति की मांग पर अड़ा है। नेपाली कांग्रेस तो संसद के पिछले सत्र से लेकर इस बार के बजट सत्र तक लगातार सदन की कार्रवाई अवरूद्ध कर प्रदर्शन कर रही है।
विपक्ष ने बजट सत्र में कार्यवाही एक मिनट के लिए भी नहीं चलने दी है। संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को राष्ट्रपति संबोधित जरूर कर चुके हैं पर धन्यवाद प्रस्ताव की औपचारिकता अब तक पूरी नहीं हो पाई है। नेपाली कांग्रेस के प्रमुख सचेतक रमेश लेखक ने कहा कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी जाएगी।
कांग्रेस ने सरकार पर दबाब बढ़ाने के लिए अपनी पार्टी के सभी संगठनों को सड़क पर उतार दिया है। आज सुबह से ही कांग्रेस के छात्र और युवा संगठनों के कार्यकर्ता लामिछाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। तरुण दल के नेता काठमांडू के अलग-अलग इलाके में गृहमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। कुछ जिला मुख्यालयों में भी विरोध प्रदर्शन होने की सूचना है।