मुंबई
घाटकोपर होर्डिंग हादसे के मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी और इगो कंपनी के डायरेक्टर भावेश भिंडे को मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने राजस्थान के उदयपुर से गिरफ्तार किया है। भिंडे के खिलाफ पंत नगर पुलिस ने आईपीसी की कई धाराओं में केस दर्ज किया हुआ है। पुलिस के अनुसार हादसा होने से पहले भिंडे मुलुंड में ही था, लेकिन केस दर्ज होते ही वह मुंबई छोड़कर भाग गया। पुलिस की 10 टीमें उसकी तलाश में लोनावाला और गुजरात पहुंची थीं, जहां वह नहीं मिला। उसके करीब आधा दर्जन मोबाइल नंबर ट्रेस किए जा रहे थे। इनमें से अधिकतर बंद मिल रहे थे। एक नंबर से पुलिस को उदयपुर के एक होटल की लोकेशन मिली, जहां से उसे दबोच लिया गया। घाटकोपर होर्डिंग हादसे में 16 लोगों की मौत हुई है। भिंडे को आज मुंबई की कोर्ट में पेश किया जाएगा।
भावेश भिंडे पर दर्ज हैं कई केस
भावेश के खिलाफ पंत नगर पुलिस ने 2016 और 2024 में भी दो केस दर्ज किए थे। इस साल जनवरी में एक महिला से कथित दुष्कर्म और छेड़छाड़ का केस दर्ज हुआ था, जिसमें वह जमानत पर बाहर है। 2016 में एक केस कारोबारी से चीटिंग का दर्ज हुआ था। अवैध रूप से होर्डिंग के 21 केस भी उसके खिलाफ दर्ज हैं। भावेश मुलुंड में रहता है। यहीं ईगो कंपनी का कार्यालय है। सूत्र बताते हैं कि वह चार होर्डिंग के लिए जीआरपी को 24 लाख रुपये सालाना देता था जबकि डिपॉजिट के तौर पर उसने 40 लाख रुपये जमा कर रखे थे। बीजेपी नेता किरिट सोमैया ने घाटकोपर होर्डिंग से भावेश के 25 करोड़ रुपये की वार्षिक आमदनी होने का दावा किया था। 2009 में भावेश विधानसभा चुनाव लड़ चुका है। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने गुरुवार को कहा कि नागरिक टीमों ने अब तक 71 वाहनों के अवशेष बरामद किए हैं, जिनमें दो ट्रक, 31 चार पहिया वाहन, 8 ऑटोरिक्शा और 30 दोपहिया वाहन शामिल हैं।