भोपाल
राजधानी भोपाल स्थित सेंट्रल जेल के गेट पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के मंडल उपाध्यक्ष की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। घटना शुक्रवार शाम 6 बजे की है। शनिवार को पोस्टमॉर्टम के बाद दोपहर 1 बजे शव को परिजन ने लिंक रोड नंबर दो पर रखकर जाम लगा दिया।
मृतक सुरेन्द्र कुशवाहा भाजपा का कार्यकर्ता था और पंचशील नगर मंडल का उपाध्यक्ष भी था। गांधीनगर टीआई सुनील मेहर के मुताबिक हत्या के मामले में सतीश खरे जेल में बंद था। इस दौरान उसको एक महीने की पेरोल मिली थी। कल पेरोल खत्म होने के बाद विकास वर्मा, दोस्त ईशु खरे के साथ सतीश को जेल छोड़ने गया था।
रास्ते में पंचशील नगर निवासी सुरेंद्र कुशवाहा (27) भी मिल गया। इसके बाद सभी लोग उसे जेल छोड़ने के लिए चले गए थे। सतीश खरे को जेल छोड़ने के बाद तीनों जेल कैम्पस से बाहर निकले, तभी संदेश नरवारे, आकाश भदौरिया, छोटा चेतन उर्फ फैजल और दीपांशु सेन ने चाकू से हमला कर दिया था। इसमें सुरेंद्र कुशवाहा की मौत हो गई।
परिजनों का कहना था कि मर्डर केस में तंजील और भूरा हड्डी को भी नामजद किया जाए। रात में पुलिस को ये नाम दिए थे। पुलिस ने देर रात चार आरोपियों पर केस दर्ज किया है, एफआईआर में ये दो नाम नहीं हैं।जाम की सूचना पर एसीपी चंद्र शेखर पांडे मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाइश दी। इसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। भाजयुमो मंडल उपाध्यक्ष सुरेंद्र कुशवाहा परिवार में इकलौते बेटे और अकेले कमाने वाले थे। उनसे छोटी एक बहन है। पिता का 10 साल पहले निधन हो चुका है।