भोपाल
अलग-अलग स्थानों पर बनी पांच मौसम प्रणालियों के असर से अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से कुछ नमी आने के कारण प्रदेश में कुछ शहरों में आंशिक बादल बने हुए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक तापमान बढ़ने के कारण भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम, इंदौर एवं उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। हालांकि, ग्वालियर, चंबल एवं सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं लू चलने की भी संभावना है। मौसम का इस तरह का मिजाज रविवार को भी बना रह सकता है। सोमवार से गर्मी के तेवर कुछ और तीखे होने के भी आसार हैं।
उधर, पिछले 24 घंटों के दौरान शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक रायसेन में 6.4 और इंदौर में पांच मिलीमीटर वर्षा हुई। प्रदेश में रात का सबसे अधिक 30 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान और उससे लगे अफगानिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है।
उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर उत्तरी मध्य महाराष्ट्र तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जो पश्चिमी मध्य प्रदेश से होकर जा रही है। मराठवाड़ा से लेकर तमलनाडु तक भी एक द्रोणिका बनी हुई है।
बारिश और लू की भी संभावना
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में हवा का रुख भी दक्षिणी एवं दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। हवाओं के साथ नमी आने के कारण पूर्वी एवं दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश के शहरों में आंशिक बादल बने रहने के साथ ही हल्की वर्षा होने की संभावना बनी हुई है, लेकिन उत्तरी मध्य प्रदेश में मौसम पूरी तरह शुष्क बना हुआ है। इस वजह से ग्वालियर, चंबल एवं सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं लू भी चल सकती है।