अगरतला
बिना वैध दस्तावेजों के भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने पर चार बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घुसपैठियों की पहचान जहांगीर आलम, एमएन हुसैन, ओमरान हुसैन और रियाद हुसैन के रूप में हुई है। इन विदेशियों को भारतीय दलाल रोफिकुल इस्लाम द्वारा सहायता प्रदान की गई थी, जिसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने कहा कि सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की एक टीम को उस समय संदेह हुआ जब शुक्रवार रात अगरतला-सिकंदराबाद एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ने के लिए जल्दी में अगरतला रेलवे स्टेशन पर कुछ लोग प्रवेश कर रहे थे। बाद में उन्हें हिरासत में ले लिया गया तो सारी पोल खुल गई।
अधिकारियों के अनुसार, उन लोगों ने खुद को भारतीय होने का दावा किया, लेकिन बाद में स्वीकार किया कि वे बांग्लादेश से हैं और अगरतला-सिकंदराबाद जाने वाली ट्रेन के जरिए चेन्नई जाने की योजना बना रहे थे। प्रारंभिक जांच से पता चला कि बांग्लादेशियों ने भारतीय दलाल की मदद से अवैध रूप से सीमा पार की थी। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि जांच के दौरान और भी जानकारियां मिलेंगी।
अगरतला जीआर पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी तापस दास ने कहा, “हमने उन्हें संदेह के आधार पर कल देर रात अगरतला रेलवे स्टेशन से हिरासत में लिया। हालांकि, शुरू में उन्होंने भारतीय होने का दावा किया, लेकिन पूछताछ के दौरान हमें पता चला कि उनमें से चार बांग्लादेशी थे। हमने उन्हें तीन दिन की पुलिस रिमांड की मांग करते हुए आज (शनिवार) अदालत में भेज दिया।" दास ने कहा कि उन सभी पर आईपीपी अधिनियम और विदेशी अधिनियम के साथ-साथ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की कुछ धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इससे पहले 11 मई को, आठ बांग्लादेशी नागरिकों और एक भारतीय दलाल सहित नौ लोगों को त्रिपुरा में गिरफ्तार किया गया था, जब वे अगरतला रेलवे स्टेशन से महाराष्ट्र के लिए रवाना होने वाले थे। हाल के महीनों में त्रिपुरा में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की गिरफ्तारी हुई है। इनमें तीन बच्चों सहित 11 अन्य बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल थे, जिन्हें 5 मई को पकड़ा गया था। जनवरी 2023 से कुल 1,018 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।