हाई एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर नींबू सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है और यह पेट संबंधी कई समस्याओं को दूर करता है। लेकिन इसके फायदे तभी तक हैं, जब इसका सही मात्रा में सेवन किया जाए। अत्यधिक सेवन से कई शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं।
गर्मियों के दिनों में लोग नींबू का सेवन बढ़ा देते हैं, जैसे कि दिन भर में कई बार नींबू पानी का सेवन, चटनी में, सलाद में, आम पना में और कुछ लोग गर्मियों में नींबू वाली चाय पीना ज्यादा पसंद करते हैं। जिससे संभावित नुकसान हो सकते हैं।
नींबू में विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है और गर्मियों में खाए जाने वाले आम, कच्चे आम और फलों में भी विटामिन सी की मात्रा ज्यादा होती है। तो इन सभी के सेवन से आपके शरीर में विटामिन सी अधिकता कई शारीरिक समस्याओं का कारण बन सकती है।
बहुत अधिक मात्रा में नींबू लेने से दांतों से लेकर संपूर्ण स्वास्थ्य को कई प्रकार से नुकसान हो सकते हैं।व्यस्कों के लिए एक दिन में एक से दो नींबू पानी का सेवन काफी है। रोजाना उससे अधिक मात्रा लेना सेहत के लिए सही नहीं है। जानिए अधिक नींबू लेने से होने वाले नुकसान।
दांतों की समस्या
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार नींबू का रस अम्लीय होता है और यह एसिड दांतों को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अत्यधिक सेवन से दांतों को नुकसान पहुंचता है, जिससे दांत संवेदनशील हो सकते हैं और कैविटी की समस्या बढ़ सकती है। दांतों के बचाव के लिए नींबू पानी पीते समय स्ट्रॉ का उपयोग करें, ताकि अम्लीय तरल सीधे दांतों के संपर्क में न आए।
गैस्ट्रिक समस्याएं
नींबू में सिट्रिक एसिड होता है, जो पेट में एसिड की मात्रा को बढ़ाता है। ऐसा होने पर पेट में में जलन और गैस की समस्या हो सकती है। इसका अधिक सेवन एसिड रिफ्लक्स या जीईआरडी को बढ़ा सकता है। जिसके कारण पेट में एसिड वापस एसोफेगस यानी कि गले की नली में आ जाता है, जिससे हार्टबर्न की समस्या हो सकती है।
विटामिन सी की अधिकता
विटामिन सी की अधिकता भी पेट के लिए अच्छी नहीं है। इससे दस्त और पेट में ऐंठन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। शरीर में विटामिन सी की अत्यधिक मात्रा दस्त का कारण बन सकती है और आंतों में घाव का खतरा भी बढ़ जाता है।
गले की समस्याएं
नींबू का अधिक सेवन गले के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा नहीं है। नींबू का रस गले में जलन और खराश पैदा कर सकता है। नींबू में मौजूद सिट्रिक गले की झिल्ली को प्रभावित कर सकता है, जिससे गले में खराश और सूजन हो सकती है।
पेप्टिक अल्सर गंभीर हो सकता है
नींबू पानी में मौजूद सिट्रिक एसिड और अम्लता की मात्रा उच्च होती है, जो कुछ लोगों में पेप्टिक अल्सर जैसी पेट की समस्याओं को बढ़ा सकती है। इसलिए पहले से इसके मरीज नींबू पानी के अधिक सेवन से बचें।