नई दिल्ली
Apple ने साल 2008 में App Store को लॉन्च किया था. तब से लेकर अब तक कंपनी इसकी सेफ्टी के लिए हमेशा इंडस्ट्री लीडिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती है. इस सेफ्टी की बदौलत कंपनी ने यूजर्स के 7 बिलियन अमेरिकी डॉलर को बचाया, जिसे भारतीय करेंसी में कंवर्ट करते हैं, तो यह करीब 584 अरब रुपये होते हैं.
Apple ने बताया कि उसने साल 2020 से लेकर 2023 के बीच में खतरनाक साइबर फ्रॉड ट्रांजैक्शन को रोककर अरबों रुपये की बचत की है. इसमें 1.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर तो सिर्फ साल 2023 में बचाने का दावा किया है. Apple ने यह जानकारी Fourth Annual Fraud Prevention Analysis में शेयर की.
चोरी के क्रेडिट कार्ड को किया ब्लॉक
Apple ने बताया कि वह 14 मिलियन चोरी किए गए क्रेडिट कार्ड को ब्लॉक कर चुका है और 3.3 मिलियन अकाउंट को ऐसे करने से रोक चुका है, जो इन कार्ड का इस्तेमाल कर रहे थे. सिर्फ साल 2023 में ही Apple ने 3.5 मिलियन चोरी के क्रेडिट कार्ड से होने वाली फर्जी शॉपिंग को रोका है. इस दौरान करीब 1.1 मिलियन ऐसे अकाउंट्स को बैन किया है, जो चोरी के कार्ड से खरीदारी करने की कोशिश कर रहे थे.
1.7 मिलियन से अधिक ऐप्स को कर चुके हैं रिजेक्ट
Apple की ऐनुअल फ्रॉड एनालिसिस रिपोर्ट में बताया है कि कैसे Apple Store के रूल्स यूजर्स को फ्रॉड ऐप्स आदि से बचाते हैं. कंपनी ने साल 2023 में कहा था कि 1.7 मिलियन से अधिक ऐप के सब्मिशन को रिजेक्ट कर दिया था, क्योंकि वे Apple App Store की पॉलिसी के स्टैंडर्ड को मैच नहीं कर पा रहे थे.
कई डेवलपर्स के अकाउंट हो चुके हैं टर्मिनेट
रिपोर्ट में Apple ने बताया कि उसने 2023 में करीब 374 मिलियन डेवलपर्स एंड कस्टमर अकाउंट को टर्मिनेट कर चुका है. इस क्रम में Apple ने साल 2023 में 1,18,000 डेवलपर्स अकाउंट को ब्लॉक किया था ताकि वे फ्रॉड वाले ऐप्स तैयार नहीं कर पाएं. फ्रॉड संबंधित समस्या के चलते करीब 91 हजार डेवलपर्स ऐनरोलमेंट को रिजेक्ट किया जा चुका है.