रजनीश कुमार और मोहनदास पई बायजू की सलाहकार समिति से हटे, संस्थापक रविंद्रन ने कही यह बात
चीन ने बोइंग डिफेंस समेत तीन अमेरिकी कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध, बाइडन सरकार के इस कदम पर किया पलटवार
कच्चा तेल 85 डॉलर प्रति बैरल के करीब, पेट्रोल-डीजल की कीमत स्थिर
नई दिल्ली,
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पूर्व चेयरमैन रजनीश कुमार और इन्फोसिस के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी मोहनदास पई ने थिंक एंड लर्न के संस्थापकों के साथ चर्चा के बाद कंपनी के सलाहकार परिषद के सदस्यों के रूप में पद छोड़ने का फैसला किया है। बायजू के ब्रांड के मालिक थिंक एंड लर्न के संस्थापक रवींद्रन बायजू ने कंपनी के पुनरुद्धार में देरी के लिए कुछ विदेशी निवेशकों को दोषी ठहराया। उनके रवैये के कारण कंपनी को पुनर्गठन से जुड़ी दिक्कतों, वित्तीय परिणामों में देरी और 200 मिलियन डॉलर शेयर बेचने से मना करने के कारण लिक्विडिटी संकट का सामना करना पड़ा।
थिंक एंड लर्न ने जुलाई 2023 में एडटेक फर्म को संकट से बाहर आने और शासन में सुधार करने के लिए सलाह देने के उद्देश्य से सलाहकार परिषद का गठन किया। कुमार और पई ने एक संयुक्त बयान में कहा, "सलाहकार के रूप में कंपनी के साथ हमारा जुड़ाव हमेशा एक वर्ष के लिए निश्चित अवधि के आधार पर होता है। संस्थापकों के साथ हमारी चर्चा के आधार पर, यह पारस्परिक रूप से निर्णय लिया गया कि सलाहकार परिषद का कार्यकाल नहीं बढ़ाया जाना चाहिए। हालांकि औपचारिक जुड़ाव समाप्त हो गया है, संस्थापक और कंपनी हमेशा किसी भी सलाह के लिए हमसे संपर्क कर सकते हैं। हम संस्थापकों और कंपनी को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।"
यह संविदात्मक समझौता 30 जून, 2024 को समाप्त होने वाला है। इस बीच बायजू ने कहा कि वह सलाहकारों के साथ जुड़ाव को महत्व देता है और कठिन समय के दौरान कंपनी को नेविगेट करने में हम उनके सभी प्रयासों की बहुत सराहना करते हैं। कंपनी ने कहा कि रजनीश कुमार और मोहनदास पई ने पिछले एक साल में अमूल्य सहायता प्रदान की है। कुछ विदेशी निवेशकों की ओर से जारी मुकदमेबाजी के कारण हमारी योजनाओं में देरी हुई, लेकिन कंपनी के पुनर्निर्माण में उनकी सलाह पर भरोसा किया जाएगा, इसका मैं व्यक्तिगत रूप से नेतृत्व कर रहा हूं।
चीन ने बोइंग डिफेंस समेत तीन अमेरिकी कंपनियों पर लगाया प्रतिबंध, बाइडन सरकार के इस कदम पर किया पलटवार
नई दिल्ली
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने बोइंग डिफेंस समेत तीन अमेरिकी कंपनियों से आयात और निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। मंत्रालय ने जनरल एटॉमिक्स एयरोनॉटिकल सिस्टम्स को अपनी अविश्वसनीय संस्थाओं की सूची में डाल दिया और कहा कि उसने ताइवान को हथियार बेचे। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने जनरल डायनेमिक्स लैंड सिस्टम्स के साथ-साथ बोइंग डिफेंस, स्पेस एंड सिक्योरिटी पर भी प्रतिबंध लगाए गए। ये कंपनियां चीन में नया निवेश नहीं कर पाएंगी। कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों को अब चीन में प्रवेश करने से प्रतिबंधित कर दिया गया है। उनके वर्क परमिट को उनके आगंतुक और आवासीय स्थिति के साथ रद्द कर दिया जाएगा। मंत्रालय ने घोषणा की कि उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए संबंधित आवेदनों को भी मंजूरी नहीं दी जाएगी। चीन ने यह कदम बाइडन प्रशासन द्वारा इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बैटरी, कंप्यूटर चिप्स और चिकित्सा उत्पादों सहित कई चीनी वस्तुओं पर टैरिफ बढ़ाने के बाद उठाया है।
कच्चा तेल 85 डॉलर प्रति बैरल के करीब, पेट्रोल-डीजल की कीमत स्थिर
नई दिल्ली
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में उतार-चढ़ाव जारी है। ब्रेंट क्रूड का मूल्य 85 डॉलर और डब्ल्यूटीआई क्रूड 81 डॉलर प्रति बैरल के करीब है। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस विपणन कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के मूल्य में कोई बदलाव नहीं किया है।
पहले दिन शुरुआती कारोबार में ब्रेंड क्रूड 0.23 डॉलर यानी 0.27 फीसदी की उछाल के साथ 84.21 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा है। वहीं, वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड भी 0.10 डॉलर यानी 0.12 फीसदी बढ़कर 80.16 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली में पेट्रोल 94.72 रुपये, डीजल 87.62 रुपये, मुंबई में पेट्रोल 104.21 रुपये, डीजल 92.15 रुपये, कोलकाता में पेट्रोल 103.94 रुपये, डीजल 90.76 रुपये, चेन्नई में पेट्रोल 100.75 रुपये और डीजल 92.34 रुपये प्रति लीटर की दर पर उपलब्ध है।