नई दिल्ली
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के लिए भीषण गर्मी की चेतावनी जारी की है। आईएमडी के अनुसार, अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में भीषण गर्मी की स्थिति जारी रहने की संभावना है और उत्तरी मध्य प्रदेश और गुजरात राज्य में भीषण गर्मी की स्थिति बनी रहेगी।
मौसम विभाग के मुताबिक, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली के कई हिस्सों में भीषण गर्मी की स्थिति देखी गई है। रविवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात और उत्तरी मध्य प्रदेश में कुछ जगहों पर भीषण गर्मी की स्थिति थी। एजेंसी ने पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली और राजस्थान के कई हिस्सों में भीषण गर्मी की स्थिति आने की भी चेतावनी दी है। 23 मई को उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, गुजरात, सौराष्ट्र और कच्छ में भी कुछ स्थानों पर लू चलने की संभावना है।
आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेश कुमार ने कहा कि मौजूदा स्थिति अगले एक हफ्ते तक बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि आमतौर पर मई सबसे गर्म महीना माना जाता है। अगर उत्तर भारत में बारिश नहीं होती है तो तापमान आमतौर पर 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाता है। राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में अगले पांच दिनों तक यही स्थिति बनी रहेगी। इस क्षेत्र के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तर प्रदेश में अगले 3-4 दिनों तक लू की स्थिति बनी रहेगी। उत्तरी मध्य प्रदेश में भी लू चलेगी। इस क्षेत्र के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, हिमाचल प्रदेश के ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन, सिरमौर, कांगड़ा और शिमला जिलों में अगले 4 से 5 दिनों तक लू चलने की संभावना है
केरल में भारी बारिश, भूस्खलन का अलर्ट
केरल के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने राज्य में मंगलवार को कई जगहों पर अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश के कारण भूस्खलन की आशंका को देखते हुए सभी जिला कलेक्ट्रेट और तालुक कार्यालयों में आपातकालीन संचालन केंद्र खोले गए हैं। केरल सरकार ने महामारी के संभावित प्रकोप को देखते हुए सोमवार को अस्पतालों को अलर्ट पर रहने का निर्देश जारी किया।
केरल के राजस्व मंत्री के. राजन ने कहा कि राज्य में आने वाले पर्यटकों को बारिश की स्थिति के बारे में सचेत करने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने इस दौरान भूस्खलन की आशंका के मद्देनजर पहाड़ी क्षेत्रों में सख्त नियमों की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने तिरुवनंतपुरम में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने चेतावनी दी है कि भारी बारिश के कारण भूस्खलन हो सकता है।
मंत्री ने कहा कि सभी आपात स्थितियों से निपटने के लिए विभिन्न विभागों के समन्वय से सभी कलेक्टरेट और तालुक कार्यालयों में दिन-रात आपातकालीन संचालन केंद्र खोले गए हैं। वहीं, भारी बारिश के संभावित खतरे के मद्देनजर केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
भारी बारिश के कारण सोमवार को राज्य भर में विभिन्न स्थानों पर भारी जलभराव, पेड़ों के गिरने और बिजली के तार टूटने की सूचनाएं मिली हैं। मौसम विभाग ने पठानमथिट्टा, कोट्टायम और इडुक्की जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और मंगलवार को अत्यधिक भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है।