मुंबई
रिकी पोटिंग, जस्टिन लैंगर, एंडी फ्लॉवर ये वो पूर्व खिलाड़ी हैं, जिन्होंने सीधे तौर पर टीम इंडिया का कोच बनने से मना कर दिया है. वहीं, स्टीफन फ्लेमिंग को लेकर भी चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के CEO काशी विश्वनाथन ने बड़ा दावा किया है कि वह इस पद को शायद ना संभाले. यहां ध्यान रहे कि ये सभी वो खिलाड़ी हैं जो आईपीएल में किसी ना किसी फ्रेंचाइजी में हेड कोच की भूमिका निभा रहे हैं. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि भारतीय क्रिकेट टीम का हेड कोच राहुल द्रविड़ के बाद कौन होगा… क्या कोई देसी सूरमा ही राहुल द्रविड़ को रिप्लेस करेगा?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 13 मई को सोशल मीडिया के जरिए नए हेड कोच के लिए आवेदन मांगे थे. वैसे BCCI आवेदन के लिए 27 मई आखिरी तारीख (शाम 6 बजे तक) निर्धारित की है. ऐसे में बड़ा सवाल है कि भारतीय क्रिकेट टीम का हेड कोच कौन होगा. हालांकि अब तक देखा जाए तो कोच बनने की रेस में गौतम गंभीर का नाम सबसे आगे है, ऐसा क्यों हैं तो इसके पीछे कई वजह हैं.
भारतीय क्रिकेट टीम का हेड कोच बनने की रेस में सबसे आगे देखा जाए तो सबसे आगे नाम गौतम गंभीर का चल रहा है. सूत्रों ने बताया कि इसकी एक बड़ी वजह यह भी है कि गौतम गंभीर से BCCI ने खुद ही संपर्क किया था कि वह कोच बनने के लिए आवेदन करें. हालांकि गौतम गंभीर ने इस बात पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया है.
गंभीर ने भले ही स्पेशलिस्ट कोच के तौर पर काम नहीं किया है, लेकिन उन्होंने आईपीएल टीमों के साथ बतौर मेंटर जो काम किया है, वह वाकई नोटिस करने वाला है. इस बार उनकी मेंटरशिप में कोलकाता नाइट राइडर्स ने धमाकेदार प्रदर्शन कर आईपीएल फाइनल में जगह बनाई है, इससे पहले कोलकाता ने 2021 में फाइनल खेला था.
वहीं, गंभीर कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) का मेंटर बनने से पहले लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) टीम में यही जिम्मेदारी निभा चुके हैं. जब तक वो LSG में रहे दोनों ही बार 2022 और 2023 में टीम ने प्लेऑफ मुकाबलों में जगह बनाई. यानी एक बात तो तय है कि गंभीर ने बतौर मेंटर आईपीएल में जिस भी टीम का साथ पकड़ा है, उसने चमत्कारिक प्रदर्शन किया है.
वैसे दूसरे भारतीय खिलाड़ियों की बात की जाए तो हरभजन सिंह का नाम भी भारतीय क्रिकेट टीम का हेड कोच बनने के लिए सामने आया था. लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह इस पद के लिए आवेदन नहीं करेंगे. गंभीर के अलावा वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण का नाम भी कोच के दावेदारों में चल रहा है.
टीम इंडिया के लिए KKR से लेंगे विदा, BCCI का है ये संविधान
वैसे भारतीय क्रिकेट टीम का हेड कोच बनना है तो गंभीर को कोलकाता नाइट राइडर्स का मेंटर छोड़ना होगा. क्योंकि BCCI का के जो नियम और संविधान हैं, उसमें यह बात पूरी तरह से क्लियर है कि एक व्यक्ति दो लाभ के पदों पर नहीं रहा सकता है क्योंकि यह 'हितों का टकराव' यानी कनफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट (Conflict Of Interest) है. ऐसे में गंभीर को कोलकाता की मेंटरशिप छोड़नी होगी.
इसमें इस बात की स्पष्ट जानकारी दी है कि कोई भी व्यक्ति BCCI , आईपीएल फ्रेंचाइजी में एक साथ दो पोजीशन होल्ड नहीं कर सकती है. इसमें यह भी स्पष्ट है कि अगर कोई शख्स टीम का कोच है तो आईपीएल फ्रेंचाइजी का कोच नहीं हो सकता है, यह सीधे तौर हितों का टकराव माना जाएगा. इसे BCCI ने अपने संविधान के 85 नंबर पर बताया है.
कोच का काम 1 जुलाई 2024 से दिसंबर 2027 तक…
भारतीय क्रिकेट टीम का जो भी हेड कोच बनेगा, उसका कार्यकाल साढ़े 3 साल का होगा, जो 1 जुलाई 2024 से 31 दिसंबर 2027 तक रहेगा. वहीं, भारतीय क्रिकेट टीम का जो भी हेड कोच होगा, उसके साथ 14-16 सदस्यों का सपोर्ट स्टाफ भी रहेगा.
क्या हैं भारतीय क्रिकेट टीम का कोच बनने की शर्तें
– कम से कम 30 टेस्ट मैच या 50 वनडे मैच मैच खेले हों, या फिर किसी फुल मेंबर टेस्ट प्लेइंग नेशन का हेड कोच न्यूनतम 2 वर्ष की अवधि के लिए रहा हो.
– या किसी एसोसिएट सदस्य/आईपीएल टीम या समकक्ष इंटरनेशनल लीग/ फर्स्ट क्लास टीम / नेशनल ए टीम का का हेड कोच न्यूनतम 3 वर्ष की अवधि के लिए रहा हो.
– या बीसीसीआई लेवल 3 सर्टिफिकेशन समकक्ष होना चाहिए, और आयु 60 वर्ष से कम होनी चाहिए.
जस्टिन लैंगर ने खुद को कोच पद से दूर किया…
टीम इंडिया का हेड कोच बनने के लिए लखनऊ सुपर जायंट्स के हेड कोच जस्टिन लैंगर का नाम चल रहा था, लेकिन उन्होंने अपना नाम इस जिम्मेदारी से पीछे खींच लिया है. लैंगर ने बीबीसी के स्टंप्ड पॉडकास्ट पर कहा, 'यह एक शानदार काम होगा, लेकिन मैंने को इस चीज से दूर कर लिया है. मैंने ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ चार साल तक इसे किया है. ईमानदारी से कहूं तो यह थका देने वाला है.'
'टीम इंडिया की कोचिंग में 1000 गुना ज्यादा प्रेशर'
वहीं लैंगर ने यह भी कहा कि उनकी केएल राहुल (लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान) से बात हुई. केएल राहुल ने लैंगर से कहा कि अगर आपको लगता है कि आईपीएल टीम में दबाव और राजनीति है, तो इसे एक हजार गुना कर दें. लैंगर ने कहा कि उनको राहुल की यह यह सलाह अच्छी लगी. लैंगर ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह एक अद्भुत काम होगा, लेकिन यह उनके लिए नहीं है.
क्या फ्लेमिंग भी नहीं बनेंगे कोच?
वहीं, स्टीफन फ्लेमिंग को लेकर यह माना जा रहा है कि वह भारतीय क्रिकेट टीम का हेड कोच बनने के प्रबल दावेदार हैं. लेकिन इसके विपरीत चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के CEO काशी विश्वनाथन ने सीएसके के यूट्यूब चैनल पर कहा, 'मुझे पता है कि यह उनके बस की बात नहीं है क्योंकि उन्हें साल में नौ-दस महीने (कोचिंग में) शामिल होना पसंद नहीं है, यह उनकी फीलिंग है. मैंने उनसे इससे अधिक कोई चर्चा नहीं की है.'
पोटिंग और फ्लावर ने किया था इनकार
इससे पहले रॉयल चैलेंजर्स के हेड कोच एंडी फ्लावर और दिल्ली कैपिटल्स के हेड कोच रिकी पोटिंग ने भी टीम इंडिया का हेड कोच बनने से इनकार कर दिया था. रिकी पोंटिंग ने कहा था कि इस पेशकश को अस्वीकार कर दिया, क्योंकि यह उनकी ‘जीवनशैली’ में फिट नहीं बैठता. हाल में दिल्ली कैपिटल्स आईपीएल फ्रेंचाइजी के हेड कोच के रूप में सात सीजन पूरे करने वाले पोंटिंग इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के अंतरिम टी20 कोच रह चुके हैं.
वहीं, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (RCB) के हेड कोच एंडी फ्लावर की भारतीय कोच पद के लिए दावेदारी पेश करने की कोई योजना नहीं है. जिंबाब्वे के पूर्व कप्तान ने कहा, 'मैंने आवेदन नहीं किया है, ना मैं आवेदन करूंगा, मैं फिलहाल फ्रेंचाइजी लीग से जुड़कर खुश हूं.' फ्लॉवर 2023 में एशेज सीरीज के दौरान कंगारू टीम से बतौर कंसल्टेंट जुड़े थे.