लखनऊ
लखनऊ में रिटायर्ड IAS अफसर की पत्नी के मर्डर केस मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक Retd IAS देवेंद्र नाथ दुबे के दोनों ड्राइवर समेत 3 लोगों ने उनके घर में लूट के बाद हत्या को अंजाम दिया था. इस पूरे कांड में अधिकारी के दोनों ड्राइवर रवि और अखिलेश के साथ तीसरा साथी रंजीत शामिल था.
पुलिस ने मुठभेड़ के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. एक आरोपी अखिलेश को मुठभेड में गोली लगी है. इलाज के लिए आरोपी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने मर्डर केस का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपियों ने घर में लाखों की ज्वैलरी लूट के इरादे से अधिकारी देवेंद्र दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे की हत्या की थी. इसके बाद वह घर में रखे लॉकर से करीब 50 लाख की ज्वेलरी लेकर फरार हो गए थे. वारदात वाली सुबह आरोपी रवि गाड़ी में देवेंद्र नाथ दुबे को गोल्फ क्लब लेकर गया था, जबकि दूसरे ड्राइवर अखिलेश ने अपने साथी रंजीत के साथ घर में घुसकर वारदात को अंजाम दिया था.
मृतक मोहिनी दुबे ने अखिलेश को देखकर ही घर का गेट खोला था. जैसे ही उन्होंने गेट खोला, अखिलेश ने रंजीत के साथ मिलकर मोहिनी का गला घोंटकर कर दी थी. इसके बाद घर में रखी ज्वैलरी को लेकर आऱोपी फरार हो गए थे. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर लूटे गए जेवरात भी बरामद कर लिए हैं.
आरोपी ने झाड़ियों में छिपाया था लूटा हुआ सामान
डीसीपी नॉर्थ,अभिजीत आर शंकर ने जानकारी देते हुए बताया कि थाना गाजीपुर में कुछ दिन पहले रिटायर्ड आईएएस अधिकारी की पत्नी की हत्या उनके घर पर हुई थी, जिसके चलते मुकदमा दर्ज किया गया था. जांच पड़ताल शुरू की गई तो तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. मुख्य आरोपी अखिलेश ने बताया कि उसने ज्वैलरी और कुछ अन्य सामान एक बैग में करके कुकरैल पुल की झाड़ियों में छुपा दिया था. जिसके चलते पुलिस बैग को रिकवर करने के लिए मौके पर आरोपी के साथ पहुंची. अखिलेश ने उस बैग में एक तमंचा छुपाकर रखा था और अखिलेश ने तुरंत बैग से तमंचा निकाल कर पुलिस पर फायर झोंक दिया, जिसके चलते एक हेड कांस्टेबल को चोट भी लगी है. उनको अस्पताल भेजा गया है.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने अपनी जान बचाने के लिए जवाबी फायरिंग की, जिसमें अखिलेश को भी चोट आई है और उसको इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है. फॉरेंसिक टीम द्वारा बैग का निरीक्षण किया जा रहा है और उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. हत्या पैसा और गहने की लूट के लिए की गई थी.
शनिवार सुबह वारदात को दिया गया था अंजाम
बता दें कि शनिवार की सुबह करीब 7:00 बजे देवेंद्र दुबे अपने दोस्तों के साथ गोल्फ खेलने निकल गए थे. करीब 10 बजे देवेंद्र दुबे गोल्फ खेलकर वापस लौटे तो घर में दरवाजे खुले थे. पत्नी किचन और स्टोर रूम के पास पड़ी थी. अमूमन घर में काम करने के लिए सुबह एक नौकरानी आती है लेकिन आज वह छुट्टी पर थी, घटना की जानकारी देवेंद्र दुबे को घर लौटने पर ही हुई. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर गाज़ीपुर पुलिस, डीसीपी ईस्ट के साथ जॉइंट पुलिस कमिश्नर अपराध आकाश कुलहरी भी मौके पर पहुंचे. फॉरेंसिक और डॉग स्क्वायड की टीमों को बुलाया गया. दूध वाले से लेकर घर में काम करने वाले तो ड्राइवर, माली, नौकरानी, सभी से अफसरों ने पूछताछ की. करीब 4 घंटे की शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि बदमाशों ने घर के अच्छे से रेकी की थी. बदमाश अपने साथ घर में लगे CCTV का डीवीआर अपने साथ ले गए थे.
आरोपियों को घर से मोटा कैश मिलने की थी उम्मीद
गौरतलब है कि एक महीने पहले ही देवेंद्रनाथ दुबे ने मोहिनी दुबे के नाम पर खरीदे गए गोमती नगर के एलडीए की सोसाइटी में छठे फ्लोर के फ्लैट को 90 लाख रुपए में बेचा था. इस फ्लैट को बेचने के बाद देवेंद्रनाथ दुबे दूसरा फ्लैट गोमती नगर विस्तार की प्राइवेट सोसाइटी में खरीदने वाले थे. देवेंद्र दुबे उस सोसाइटी में फ्लैट को देख भी आए थे. पुलिस को शुरुआती जांच में शक था कि आरोपियों को लगा होगा कि घर में मोटा कैश रखा मिलेगा. हालांकि 90 लाख का यह पूरा ट्रांजेक्शन बैंक अकाउंट में हुआ. देवेंद्रनाथ दुबे ने पुलिस को बताया कि 90 लाख का पूरा ट्रांजेक्शन तो बैंक अकाउंट में हुआ था, घर में कैश रखने की कोई जरूरत नहीं थी.