भिलाई
सात समंदर पार हिंदी को बढ़ावा दे रहे भिलाई के युवा मयंक जैन को अमेरिका का प्रतिष्ठित "एक्सेप्शनल नेबर अवार्ड" प्रदान किया गया है। अमेरिका के सबसे बड़े खेल समारोह में से एक मेजर लीग सॉकर के दौरान सेंट लुईस के 22 हजार से ज्यादा दर्शकों के बीच मयंक को यह सम्मान प्रदान किया गया।
खास बात यह रही कि इस इस सम्मान के दौरान मयंक और उनकी पत्नी डॉ. अंशु जैन द्वारा शुरू की गई हिंदी-यूएसए सैंट लुईस संस्था का नाम भी बोर्ड पर प्रदर्शित किया गया और अमेरिका के प्रमुख टीवी चैनलों पर मयंक का साक्षात्कार भी लिया गया। मयंक को यह सम्मान "के इंटरप्राइज" और सेंट लुईस सिटी सॉकर स्टेडियम की तरफ से दिया गया।
मयंक ने बताया कि उनके लिए यह गौरवान्वित करने वाला पल था। उन्होंने बताया कि इस प्रतिष्ठित समारोह में उनकी संस्था के लगभग 40 कार्यकतार्ओं को नि:शुल्क प्रवेश दिया गया और सभी अपने परिवार के साथ आए थे। इनमें हिंदी सीख रहे सभी बच्चों को स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय खिलाडियों के साथ चलने करने का मौका मिला। इसे के प्लेयर पैल प्रोग्राम कहते हैं। मयंक के मुताबिक यह अमेरिका में पहली बार हुआ है जिसमें कि एक हिन्दी भाषी संस्था को स्टेडियम में इस स्तर पर सम्मान मिला।
उल्लेखनीय है कि हिंदी-यूएसए के संस्थापक दंपति मयंक जैन और डॉ. अंशू जैन इस्पात नगरी भिलाई के रहने वाले है। मयंक जैन कपड़ा व्यापारी सुरेश चंद जैन के पुत्र और डॉ अंशु जैन अंचल के बर्न एंड प्लास्टिक सर्जन डॉ मदन लाल जैन की सुपुत्री हैं। मयंक जैन अपनी छोटी सी पहल से सेंट लुइस, मिसौरी, अमेरिका में हिंदी की ज्योत जगा रहे हैं। एक गैर-लाभकारी हिंदी पाठशाला हिंदी-यूएसए सेंट लुइस के माध्यम से मयंक वहां के देश-विदेश और भारतीय मूल के बच्चों में हिंदी को बढ़ावा देने सक्रिय हैं। यहां जैन दंपत्ति हिंदी को समर्पित विविध आयोजन करते रहते हैं, जिसमें बड़ी संख्या में न सिर्फ भारतीय बल्कि दुनिया के अन्य देशों के लोग भी शामिल होते हैं।